गबन कांड: जमानत पर रिहा आरोपी ने पुलिस अधिकारी पर लगाए गंभीर आरोप
- इस संबंध में कलेक्टर को शिकायत कर जांच की मांग की गई
- आरोपी कृष्णा साहू की संपत्ति की जा चुकी है अटैच
- पौने 9 करोड़ रुपए का हुआ गबन
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की कृषि शाखा में पौने 9 करोड़ रुपए के गबन के मामले में जमानत पर रिहा हुए आरोपी कृष्णा साहू ने मंगलवार को कोतवाली थाने में पदस्थ रहे पुलिस अधिकारी पर प्रिंटर और ढाई लाख रुपए वापस नहीं देने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस संबंध में कलेक्टर को शिकायत कर जांच की मांग की गई है। हालांकि संबंधित अफसर ने कहा कि यह झूठे आरोप है, पीडि़त बचने के लिए इस तरह से दबाव बना रहा है।
गौरतलब है कि करीब ढाई साल पहले जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की कृषि शाखा में पौने 9 करोड़ रुपए का गबन हुआ था। इस मामले में आरोपी कृष्णा साहू की संपत्ति अटैच की जा चुकी हैं। हाल ही में जमानत पर रिहा हुए कृष्णा साहू ने मंगलवार को कलेक्टर को शिकायत कर कहा कि मुझे गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसके घर से प्रिंटर और ढाई लाख रुपए जब्त किए थे। लेकिन जब्त सामग्री में इसका उल्लेख नहीं किया गया। यह रकम और प्रिंटर वापस मांगने पर टालमटोल की जा रही है। वहीं संबंधित पुलिस अफसर का कहना है कि आरोपी खुद को बचाने और पुलिस पर दबाव बनाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहा है।
ईओडब्लू को जांच ट्रांसफर करने की सिफारिश पर शासन ने नहीं किया फैसला
आर्थिक अपराध से जुड़े इस मामले की जांच को ट्रांसफर करने के लिए जिला पुलिस ने पीएचक्यू को पत्र लिखा था। पुलिस मुख्यालय ने भी यह मामला ईओडब्लू को ट्रांसफर करने के लिए मप्र शासन से पत्राचार किया था। लेकिन अब तक इस पर फैसला नहीं हो पाया।
दागदारों को अब भी दे रखी है कमान
हालात यह है कि बैंक प्रबंधन ने जिले की शाखाओं व समितियों में गबन के आरोपों में घिरे दागदार कर्मचारियों को समिति व शाखा की कमान दे रखी है। इससे अफसरों की भूमिका भी संदेह के दायरे में बनी हुई है।