लापरवाही: मानवता हॉस्पिटल में मौत, पुलिस ने ऑपरेशन थिएटर से जब्त किए इंजेक्शन और दवाएं

  • डॉक्टरों की टीम ने किया मृतक का पीएम
  • पुलिस को पीएम रिपोर्ट का इंतजार
  • बालतोड़ नहीं, मवाद की गठान थी- डॉ

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-29 02:57 GMT

डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा के परासिया नाका स्थित मानवता हॉस्पिटल में बालतोड़ का इलाज कराने भर्ती एक मरीज की मौत हो गई। मंगलवार शाम ट्रीटमेंट के दौरान ऑपरेशन थिएटर में मरीज ने दम तोड़ दिया। मरीज की मौत के बाद डॉक्टर अस्पताल से भाग निकले। मरीज की मौत से आहत परिजनों ने डॉक्टर व अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हंगामा मचाया। बुधवार को डॉक्टरों की टीम ने मृतक का पीएम किया है। दूसरी ओर पुलिस टीम ने ऑपरेशन थिएटर से इंजेक्शन, दवाएं और मरीज की आईपीडी पर्चियां जब्त की है।

देहात टीआई जीएस उईके ने बताया कि मंगलवार को खापाभाट निवासी 40  वर्षीय रमेश पिता फूलचंद बडख़े का मानवता हॉस्पिटल में सर्जन डॉ. एनएस ढाकरिया द्वारा बालतोड़ का इलाज किया जा रहा था। रमेश ने ऑपरेशन थिएटर में ही दम तोड़ दिया। इसके बाद मृतक के परिजनों ने कार्रवाई की मांग लेकर हंगामा किया था। समझाइश के बाद मामला शांत कराया गया। बुधवार को डॉक्टरों की टीम से मृतक रमेश का पीएम कराया गया है। पीएम रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

परिजनों को बताया अटैक आया है

मृतक रमेश के भाई मनेश बडख़े ने बताया कि रमेश बालतोड़ का इलाज डॉ. ढाकरिया से करा रहा था। डॉ. ढाकरिया के कहने पर वह मानवता हॉस्पिटल में भर्ती हुआ था। डॉ. ढाकरिया द्वारा ऑपरेशन किया जा रहा था। कुछ देर बाद स्टाफ ने आकर बताया कि रमेश की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। इसके बाद डॉक्टर अस्पताल से भाग निकले। मनेश बडख़े का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही से भाई रमेश की जान गई है।

बालतोड़ नहीं, मवाद की गठान थी- डॉ.ढाकरिया

इस मामले में सर्जन डॉ.एनएस ढाकरिया का कहना है कि रमेश के दाहिने कूल्हे में मवाद की गठान बन गई थी। रमेश को काफी दर्द था। रमेश की रिक्वेस्ट पर ही मानवता हॉस्पिटल में उसका ऑपरेशन किया जा रहा था। ऑपरेशन के पूर्व सभी जांचें कराई गई थी। निश्चेतना विशेषज्ञ की मौजूदगी में ऑपरेशन किया जा रहा था। ऑपरेशन के दौरान रमेश को अचानक हार्ट आया था। काफी प्रयास के बाद भी रमेश को बचाया नहीं जा सका।

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