मध्यप्रदेश: प्रलोभन, दबाव और धमकी से मुक्त लोकसभा चुनाव संपन्न कराएं मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग : राजीव कुमार
- मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने लोकसभा निर्वाचन पर दिया बयान
- लोकसभा चुनाव संपन्न कराने पर दिया जोर
- चुनाव प्रबंधन की कई गतिविधियों के बारे में दी गई सूचना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार को लोकसभा निर्वाचन 2024 के संबंध में सामान्य प्रेक्षक, पुलिस प्रेक्षक और व्यय प्रेक्षकों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की और आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री अनुपम राजन भी उपस्थित रहे।
इस दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त, भारत निर्वाचन आयोग राजीव कुमार ने कहा कि प्रलोभन, दबाव और धमकी से मुक्त लोकसभा चुनाव संपन्न कराए। उन्होंने कहा कि आयोग के प्रतिनिधियों के रूप में पर्यवेक्षकों से अपेक्षा की जाती है कि वे खुद को पेशेवर रूप से संचालित करें और उम्मीदवारों सहित सभी हितधारकों के लिए सुलभ हों। पर्यवेक्षकों को मैदान पर सजग रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मतदान केंद्रों का दौरा करें और संवेदनशील क्षेत्रों का जायजा लें। आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी परिपत्रों को फिर से तैयार किया गया है जो ईसीआई की वेबसाइट पर आसानी से उपलब्ध है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि सोशल मीडिया मीडिया, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में चलने वाली भ्रामक खबरों पर त्वरित कार्रवाई करें। वस्तुस्थिति से अवगत कराएं। जिला स्तर पर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सुनिश्चित करें। ब्रीफिंग के दौरान मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने पर्यवेक्षकों को पूरी चुनावी प्रक्रिया के दौरान उन्हें आवंटित संसदीय निर्वाचन क्षेत्र की सीमाओं के भीतर सतत गहन निरीक्षण के निर्देश दिए। पर्यवेक्षकों को सीईओ/जिला वेबसाइटों पर अपने मोबाइल/लैंडलाइन नंबर/ईमेल पते/रहने के स्थान आदि को व्यापक रूप से प्रचारित करने और इलेक्ट्रॉनिक/प्रिंट मीडिया के माध्यम से इसे अपने संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में पर्यवेक्षकों के आगमन के दिन डीईओ/आरओ द्वारा उम्मीदवारों/मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के बीच प्रसारित करने को कहा।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने पर्यवेक्षकों से कहा कि अपने फोन/ई-मेल और उम्मीदवारों/ राजनीतिक दलों/आम जनता/चुनाव ड्यूटी पर तैनात कर्मियों आदि की कॉल पर उपलब्ध रहें। जवाब दें। इस संबंध में किसी भी शिकायत को आयोग द्वारा गंभीरता से लिया जाएगा। अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी से करें। अधिक से अधिक मतदान केंद्र और संवेदनशील क्षेत्रों का दौरा करें और इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के साथ बातचीत करें। क्षेत्रों की कमजोरियों को दूर करने के उपाय सुनिश्चित कराएं। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी और आरओ द्वारा बुलाई जा रही उम्मीदवारों/राजनीतिक दलों की बैठकों का निरीक्षण करें और देखें कि उनकी शिकायतों को ठीक से सुना जाए और उन पर कार्रवाई की जाए।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने पर्यवेक्षकों को मतदान के दिन मतदान के घंटों के दौरान अधिक से अधिक मतदान केंद्रों का दौरा करने और मतदान केंद्रों के अंदर की स्थिति का नियमित रूप से आकलन करने और यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया कि मतदान स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चल रहा है।
केंद्रीय बलों/राज्य पुलिस बलों का उपयोग विवेकपूर्ण ढंग से किया जा रहा है और निष्पक्षता बनाए रखी जा रही है और उनकी तैनाती भी किसी राजनीतिक दल/उम्मीदवार के पक्ष में नहीं है। इस पर भी पर्यवेक्षकों को निगरानी रखने के निर्देश दिए।
पुलिस मुख्यालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में हुई बैठक में भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों द्वारा प्रेक्षकों को चुनाव प्रबंधन की विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी गई। चुनाव योजना, पर्यवेक्षकों की भूमिकाएं और जिम्मेदारियां, मतदाता सूची के मुद्दे, आदर्श आचार संहिता, कानूनी प्रावधानों, ईवीएम/वीवीपीएटी प्रबंधन, आयोग द्वारा मतदाताओं और उम्मीदारों को उपलब्ध कराए जा रहे सुविधाजनक एप सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी गई। बैठक के दौरान अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल, बसंत कुर्रे, तरूण राठी सहित पुलिस व विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।