बांग्लादेश ने बढ़ाई इम्पोर्ट ड्यूटी, संतरा निर्यात होगा प्रभावित
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/पांढुर्ना। भारत से संतरों के आयातक बांग्लादेश में दो साल में पांचवीं बार इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ा दी गई है। नई इम्पोर्ट ड्यूटी लागू होते ही भारत से बांग्लादेश जाने वाले संतरों पर 87.90 टका (67.20 भारतीय रुपए) टैक्स लगेगा, जबकि दो साल पहले यह राशि 18 रुपए किलो थी। बीते 24 महीने में संतरों पर इम्पोर्ट ड्यूटी लगभग चार सौ प्रतिशत बढ़ी है। संतरों के साथ सेब पर 87.90, अनार पर 75.34, हरे अंगूर पर 81.63, काले अंगूर पर 87.90, टमाटर पर 32.33, खजूर पर 65.65 टका इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ गई है। बांग्लादेश सरकार ने भारत से आने वाले संतरों को एचएस कोड 0805.10.90 में शामिल किया है।
मध्यभारत के छिंदवाड़ा, अमरावती, नागपुर, वर्धा, यवतमाल, अकोला, वाशिम के अलावा एमपी-राजस्थान बॉर्डर के पांच जिलों से संतरों का निर्यात बांग्लादेश के लिए होता है। बीते दो दशकों से जारी व्यवस्था के अनुसार यहां के संतरे बुझाडाना (कोलकाता), मेहंदीपुर और हिली बॉर्डर से जाते हैं। दो साल पहले तक इन दस जिलों से सीजन के दौरान रोजाना 900 टन से अधिक संतरा निर्यात होता था। पिछले साल मृग बहार के सीजन में इम्पोर्ट ड्यूटी 65 रुपए किलो तक पहुंच गई थी। जिसके चलते निर्यात 400 टन तक गिर गया था। आगामी सीजन में यह निर्यात दो सौ टन प्रतिदिन तक रह जाने की आशंका है।
एक हजार का संतरा, तीन हजार खर्च
बांग्लादेश के लिए संतरों का निर्यात अब विपणनकर्ताओं के लिए खतरनाक साबित होता जा रहा है। पैंकिंग सेंटर में अनुमानित औसत रूप से पहुंचे एक हजार रुपए प्रति केरेट संतरे को बांग्लादेश के उपभोक्ताओं तक पहुंचाने में तीन हजार रुपए से अधिक का खर्च आता है। जब वहां चार हजार रुपए कैरेट के दाम पर संतरा बिकता है, तब जाकर यहां भारत के किसानों को संतरे के दाम 25 रुपए किलो मिल पाते हंै। मिली जानकारी के एक कैरेट संतरे की तुड़ाई 50 रुपए, मंडी तक परिवहन खर्च 10 रुपए, पैंकिंग दो सौ रुपए, मंडी से इंडिया बॉर्डर तक 250 रुपए, बॉर्डर पर ड्यूटी 2180 रुपए, बॉर्डर से बांग्लादेश देशावर का किराया 150 रुपए प्रति कैरेट खर्च आता है। इसके अलावा संतरों की बिक्री पर आढ़तिए का खर्च पांच से दस प्रतिशत तक होता है। इस तरह एक कैरेट संतरे को बांग्लादेश भेजने पर तीन हजार रुपए से अधिक खर्च होते हैं।
भारतीय बाजारों पर बढ़ेगा दबाव
बांग्लादेश सरकार द्वारा संतरे सहित सभी फलों पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाने से भारतीय बाजारों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। फिलहाल रोजाना हजार टन संतरा सहित तीन हजार टन अन्य फल बांग्लादेश जाते थे। अब इनमें से 75 प्रतिशत फल भारतीय बाजारों में ही बिकेंगे, जिससे भारतीय बाजारों में फलों के दाम 10 से 20 प्रतिशत तक गिरने के आसार हैं।