कागज में बन गया तालाब, खेत में ढूंढने निकले पंच-ग्रामीण: जुन्नारदेव में सामने आया अनोखा मामला, हितग्राही को पता नहीं उसके खेत में बन गया तीन लाख का तालाब
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पंचायतों में जारी घोटालों की फेहरिश्त में गुरुवार को जुन्नारदेव में अनोखा मामला सामने आया। हितग्राही को पता नहीं और उसके खेत में शासन की योजना के तहत खेत तालाब बन गया। ये खबर गांव पंचों सहित हितग्राही को लगी तो खेत में तालाब को ढूंढने निकले। अब इस मामले की शिकायत वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों तक से की गई। सरपंच सहित स्थानीय अफसर मामले की कोई जानकारी नहीं होने की बात कह रहे हैं। ये रोचक मामला नजरपुर पंचायत का है। नजरपुर निवासी भवानी उर्फ अखलेश यादव के संज्ञान में पिछले दिनों मामला सामने आया है कि उसकी मॉ चंद्राबाई पति परसराम के खेत में खेत तालाब योजना के तहत 2 लाख 89 हजार 450 रुपए सेंग्सन होकर निकाले भी जा चुके हैं। जबकि इसकी कोई खैर ओ खबर उसको नहीं है। जब दस्तावेज निकाले गए तो मामला सही भी पाया गया। जबकि खेत में कभी कोई तालाब नहीं बना। इतना ही नहीं यहां के जिम्मेदार तीन साल से खेत में तालाब का निर्माण दरसाकर राशि निकाल रहे हैं। मामला सामने आने के बाद भवानी ने पिछले दिनों इस प्रकरण की शिकायत जनसुनवाई में पहुंचकर वरिष्ठ अधिकारियों से भी की है।
भौतिक सत्यापन की मांग
मामले सामने आने के बाद प्रकरण में पंच सहित ग्रामीणभौतिक सत्यापन की मांग कर रहे हैं। तीन साल से फर्जीवाड़ा किया जा रहा है, लेकिन अफसरों तक कोई खबर नहीं है। पूरे मामले में रोजगार सहायक सहित पंचायत के जिम्मेदार प्रतिनिधियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
इनका कहना है
मामले की कोई जानकारी फिलहाल मेरे संज्ञान में नहीं है। जांच के बाद इस प्रकरण में कुछ बताया जा सकता है।
रश्मि चौहान
सीईओ, जनपद पंचायत जुन्नारदेव
मुझे भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है, जानकारी लेकर ही इस मामले मे आगे कुछ बता पाऊंगी।
जयवंति राजभोपा
सरपंच ग्राम पंचायत नजरपुर