भंडारा: वेतन पथक अधीक्षक ने दी शिक्षकों के खिलाफ थाने में शिकायत करने की चेतावनी

  • आक्रामक शिक्षक व मुख्याध्यापक संगठन ने किया ठिया आंदोलन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-02-23 13:32 GMT

डिजिटल डेस्क, भंडारा. वेतन पथक अधीक्षक ने शिक्षकों व मुख्याध्यापकों पर कार्यालय के महिला अधिकारी व स्वंय के साथ असभ्य बर्ताव का आरोप लगाते हुए पत्र निकालकर कार्यालय में आने पर पुलिस थाने में शिकायत करने की चेतावनी दी। वेतन पथक अधीक्षक की इस अजीब हकरत के बाद शिक्षक संगठनाओं ने आक्रमक रुख अपनाया। भंडारा मुख्याध्यापक संघ व विदर्भ माध्यमिक संघ भंडारा ने जिला परिषद के शिक्षणाधिकारी (माध्य) के कार्यालय में गुरूवार 22 फरवरी को दो घंटे तक ठिया आंदोलन किया। जिसके बाद शिक्षणाधिकारी रविंद्र सलामे ने वेतन पथक अधीक्षक को पत्र देकर जवाब मांगा है।

जिसके बाद आंदोलन पिछे लिया गया। शिक्षाधिकारी सलामे ने प्रकरण की हकीकत जानने के लिए वेतन पथक अधीक्षक को फोन कर कार्यालय में बुलाया, लेकिन दो घंटे का समय बितने के बाद भी वह कार्यालय नहीं आया। जिससे नाराज शिक्षक संगठना के पदाधिकारियों ने बैठे हुए ठिया आंदोलन किया। वेतन पथक अधीक्षक ने शिक्षकों पर कार्यालय के महिला अधिकारी के साथ असभ्यता से बर्ताव करने तथा अधीक्षक पर दवाब डालने का आरोप लगाया था। उपरोक्त कारणों को सामने रखते हुए शाला के मुख्याध्यापक, कर्मचारी तथा संगठना पदाधिकारियों पर पुलिस विभाग में तथा शिक्षा उपसंचालक से शिकायत करने की चेतावनी दी थी। इससे जुडा पत्र भी निकाला गया। माध्यमिक व उच्च माध्यमिक मुख्याध्यापक, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी द्वारा नियमित वेतन, मेडिकल बिल, बकाया बिल तथा सेवानिवृत्त कर्मचारियों के सातवा वेतन के किश्त व अवकाश से जुड़े बिल वेतन पथक अधीक्षक कार्यालय को दिए जाते हैं, पर कार्यालय द्वारा इन बिलों को समय पर मंजूर नहीं किया जाता है। ऐसे में शिक्षकों, मुख्याध्यापकों को बार बार कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते है। पर कार्यालय की लालफीताशाही सामने न आए इस लिए शिक्षकों को झुठे मामलों में फंसाने का आरोप शिक्षक संगठना द्वारा लगाया है।

अधीक्षक को समझाईश देने की मांग संगठनाओं द्वारा की गई। इस समय भंडारा जिला मुख्याध्यापक संघ के अध्यक्ष राजु बालपांडे, विदर्भ माध्यमिक संघ के कार्यवाह राजेश धुर्वे, सुधाकर देशमुख, चंद्रशेखर रहांगडाले, मुख्याध्यापक संघ के सचिव राजु बांते, प्रमोद धार्मिक, वीपीन रायपुरकर, मार्तंड गायधने, धिरज बांते, विलास खोब्रागडे, सेवक मने, प्रविण गजभिए, विनोद किंदरले, पुरूषोत्तम लांजेवार, पंजाब राठोड, भीष्म टेंभुर्णे, अनंद जायभाये, विजय देवगिरकर आदि पदाधिकारी उपस्थित थे। 

शिक्षकों पर लगाए आरोप निराधार हैं

राजेश धुर्वे, जिला कार्यवाह, विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संघ के मुताबिक कोई भी शिक्षक अथवा संगठना के पदाधिकारी वेतन पथक अधीक्षक कार्यालय में असभ्यता नहीं करते। शिक्षकों पर किए गए आरोप निराधार है। विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संघ ऐसे आरोपों को नजरअंदाज करेगा।

झूठी शिकायत में फंसाना यानी लोकतंत्र से खिलवाड़

राजू बालपांडे, अध्यक्ष मुख्याध्यापक संघ के मुताबिक मुख्याध्यापक, शिक्षक तथा संगठना के पदाधिकारियों को झूठी शिकायतों में फंसाने की धमकी देना यह लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ है।

वेतन पथक अधीक्षक से जवाब मांगा

रवींद्र सलामे, शिक्षाधिकारी (माध्यमिक) जि. प. के मुताबिक इस प्रकरण में ध्यान देकर वेतन पथक अधीक्षक को नोटीस देकर जवाब मांगा है। आगे की कार्रवाई के लिए इसकी प्रति वरिष्ठ अधिकारी को भेजी जाएगी।


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