Bhandara News: एक हजार 736 हेक्टेयर की धान की फसल हो गई बर्बाद , संकट में घिरे किसान

एक हजार 736 हेक्टेयर की धान की फसल हो गई बर्बाद , संकट में घिरे किसान

    Bhanrara News सप्ताह में निरंतर तीन दिन हुई बारिश के कारण धान की फसल का बड़ा नुकसान हुआ है। जिसमें साकोली ,लाखनी तहसील की करीब एक हजार 736 हेक्टेयर की फसल बर्बाद हो गई। इसमें तीन हजार 815 किसानों का नुकसान हुआ है। जिले में शुक्रवार, 18 अक्टूबर से रविवार, 20 अक्टूबर तक हुई बारिश के कारण फसल खराब हो गई। जिला राजस्व विभाग ने प्राथमिक रिपोर्ट प्रस्तुत की है।

    जिले में एक लाख 99 हजार 36 हेक्टेयर क्षेत्र में धान की फसल समेत अन्य फसल की बुआई की गई है। जिसमें बारिश से फसलों का नुकसान हुआ है। इसमें साकोली तहसील में 216 हेक्टेयर और लाखनी तहसील में एक हजार 520 हेक्टेयर की धान की फसल का नुकसान हुआ है। साकोली तहसील के 451 एवं लाखनी तहसील के तीन हजार 364 किसान संकट में फंस गए हैं। ऐसा प्राथमिक अनुमान प्रशासन ने जताया है। सर्वेक्षण के पश्चात नुकसान की संख्या में बदलाव होने की संभावना है। 27 गांव की फसलों को बारिश ने प्रभावित किया है।

    कृषि मंडी के शुल्क में 50 फीसदी कटौती : कृषि उपज मंडी का कार्यभार बाजार शुल्क पर निर्भर है। इस बाजार शुल्क में 50 प्रतिशत की कटौती करने का निर्णय राज्य सरकार ने लिया है। इस निर्णय के कारण कृषि उपज मंडी की आय में 50 प्रतिशत की कटौती होगी। इससे समितियों का प्रबंधन बजट डगमगा जाएगा। आय से ही बाजार समिति का दर्जा निश्चित किया जाता था। किंतु अब आय में कटौती होने से बाजा समिति का दर्जा कम होने की आशंका है। कृषि उपज मंडी को शासन व्दारा किसी भी प्रकार की आर्थिक मदद या निधि प्राप्त नहीं होती। ऐसा होते हुए भी शासन व्दारा सुपर विजन शुल्क के नाम पर राज्य की कृषि उपज मंडी से प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए का राजस्व लिया जाता है। कृषि उपज मंडी को खेती के उत्पन्न के माध्यम से ही कृषि उपज मंडी के कर्मचारियों का वेतन , विकास कार्य के काम किए जाते हैं। अब इस शुल्क में ही सरकार ने कटौती करने का निर्णय लिया है।

    Created On :   24 Oct 2024 12:57 PM GMT

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