मोदी 3.0!: क्या हनुमान बेनीवाल दोबारा थामेंगे एनडीए का हाथ? इंडिया गठबंधन से नाराजगी की खबरों के बीच कांग्रेस नेता का बड़ा दावा
- इंडिया गठबंधन की बैठक में नहीं बुलाए जाने पर नाराज बेनीवाल
- एनडीए में शामिल होने की लगाई जानें लगीं अटकलें
- कांग्रेस ने किया गठबंधन छोड़ने की खबरों का खंडन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद इंडिया गठबंधन की बैठक हुई थी, जिसमें राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के चीफ हनुमान बेनीवाल को नहीं बुलाया गया था, जिसके बाद उनके नाराज होने की खबरें आ रही थीं। अटकलें लगाई जा रहीं थीं अपनी उपेक्षा से नाराज हनुमान बेनीवाल इंडिया गठबंधन का साथ छोड़ एनडीए में शामिल हो सकते हैं। इस बीच कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने इन खबरों का खंडन किया है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उनकी बेनीवाल से बात हुई है और सब कुछ ठीक है। बता दें कि हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान की नागौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। जिसमें उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार ज्योति मिर्धा को करारी शिकस्त दी थी। नतीजे घोषित होने के बाद 7 जून को आरएलपी चीफ ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा था , ''आरएलपी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है लेकिन अलायंस की बैठक में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी और मुझे नजरअंदाज किया जा रहा है।''
इंडिया गठबंधन का हिस्सा है आरएलपी
हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी इंडिया अलायंस का हिस्सा है। चुनाव के नतीजे आने के बाद आयोजित इंडिया गठबंधन की पहली बैठक में न बुलाए जाने पर बेनीवाल नाराज हो गए थे। हालांकि इस दौरान उन्होंने ये भी साफ कहा था कि वह बीजेपी नीत एनडीए गठबंधन का हिस्सा भी नहीं बनेंगे। आरएलपी प्रमुख ने कहा था कि बीजेपी के खिलाफ हमने लड़ाई लड़ी और कांग्रेस को मजबूत करने का काम किया। यदि इंडिया गठबंधन की अगली बैठक में हमें नहीं बुलाया जाता तो भी हम एनडीए में शामिल नहीं होंगे। इससे पहले कहा जा रहा था कि इंडिया गठबंधन से नाराज हनुमान बेनीवाल एनडीए की बैठक में शामिल हो सकते हैं।
चुनाव से पहले एनडीए छोड़ इंडिया गठबंधन में हुए शामिल
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी पहले बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन का हिस्सा रही थी। लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले वह इंडिया गठबंधन में शामिल हो गई थी। पार्टी ने राजस्थान में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। पार्टी प्रमुख हनुमान बेनीवाल ने राज्य की नागौर सीट से चुनाव लड़ा और बीजेपी उम्मीदवार को पटखनी दी।
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राज्य की 25 में से 25 सीट जीतने वाली बीजेपी को इस चुनाव में काफी नुकसान पहुंचा। राज्य में उसे केवल 14 सीटें ही मिल सकीं। वहीं पिछले चुनाव में अपना खाता खोलने में नाकामयाब रहने वाली कांग्रेस ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 8 सीटें जीत लीं। वहीं कांग्रेस के अलावा इंडिया गठबंधन में शामिल दूसरे दलों को 3 सीटों पर जीत हासिल की। इस तरह 11 सीट जीतकर इंडिया गठबंधन ने बीजेपी को इस चुनाव में करारा झटका दिया।