पीएम पद की पेशकश: क्या इंडिया गठबंधन से नीतीश कुमार को ऑफर हुआ था प्रधानमंत्री पद? जानिए जेडीयू नेता के दावे पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया

  • इंडिया गठबंधन से नीतीश कुमार को पीएम पद ऑफर होने की खबरें
  • जेडीयू नेता ने बिहार सीएम को पीएम पद मिलने का किया दावा
  • कांग्रेस की ओर से दिया गया जवाब

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-08 13:59 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एनडीए के नेता नरेंद्र मोदी 9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहा है। लेकिन, इससे पहले सियासी गलियारों में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन से प्रधानमंत्री पद ऑफर होने की खबरें तूल पकड़ रही हैं। हाल ही में जेडीयू दल के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन से पीएम पद मिलने का दावा किया था। केसी त्यागी के इस दावा के बाद अब कांग्रेस की प्रतिक्रिया सामने आई है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को कार्यसमिति की बैठक के बाद बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, ' इस बात की हमारे पास कोई जानकारी नहीं है।'

दावे पर कांग्रेस का जवाब 

इंडिया गठबंधन से पीएम पद की पेशकश पर केसी त्यागी ने मीडिया से चर्चा की थी। उन्होंने कहा था, 'राजनीति का खेल ऐसा है कि जिन लोगों ने नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का राष्ट्रीय संयोजक चुनने से साफ मना कर दिया था। वे अब नीतीश को पीएम बनाने की पेशकश कर रहे हैं।' इस दौरान उन्होंने इंडिया गठबंधन में शामिल घटक दलों पर नीतीश कुमार के साथ बदसलूकी करने का आरोप लगाया था। इसके अलावा जेडीयू के दिग्गज नेता ने स्पष्ट तौर पर कहा था कि इंडिया गठबंधन के साथ उनकी पार्टी दोबारा से शामिल नहीं होगी। बता दें, लोकसभा चुनाव में एनडीएम के सहयोगी दलों में शामिल जेडीयू पार्टी ने बिहार की 12 सीटों पर जीत दर्ज की है। लिहाजा इस बार एनडीए के केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनकी पार्टी की भूमिका अहम होने वाली है।

पटना में लगे नीतीश कुमार के पोस्टर

इन सबके बीच बिहार की राजधानी पटना में सीएम नीतीश कुमार का बड़ा पोस्टर लगाया गया। इस पोस्ट में 'टाइगर जिंदा है' लिखा गया है। इन पोस्टर्स के जरिए नीतीश कुमार की लोकप्रियता को बताया गया है। जेडीयू के एक वर्ग का कहना है कि नीतीश कुमार को टाइगर बताना पूर्णता सही है। नीतीश कुमार का जादू अब भी बरकरार है। लोकसभा चुनाव में बहुमत पाने वाली एनडीए को राजनीतिक समीकरणों को संतुलित रखने के लिए जेडीयू को प्राथमिकता देनी होगी। बता दें, बिहार में एनडीए गठबंधन के तले भाजपा और जेडीयू ने राज्य की 12-12 सीटों पर जीत दर्ज की है। हालांकि, इस बार भाजपा को खुद के दम पर बहुमत हासिल नहीं हुआ। इस वजह से भाजपा को एनडीए के सहयोगी दलों को साधने की जरूर पड़ रही है। 

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