टीएमसी का आरोप : बंगाल के राज्यपाल राज्य के फंड का कर रहे दुरुपयोग
तृणमूल के राज्य प्रवक्ता कुणाल घोष ने ट्विटर पर लिखा, क्या माननीय राज्यपाल जी ने अपनी कुछ ड्रेस, सूट, धूप का चश्मा, जूता सरकारी फंड से खरीदा है? अगर हां, तो यह पूरी तरह से अनैतिक है। उन्हें अपने पैसों से अपने सामान खरीदने चाहिए। गवर्नर हाउस के फंड का ठीक से ऑडिट होना चाहिए। अगर आरोप गलत है तो मैं माफी मांगने को तैयार हूं।
कुणाल घोष ने शनिवार रात एक अन्य ट्वीट किया। राज्यपाल ने पिछले सप्ताह राज्य में पंचायत चुनावों के लिए नामांकन के दौरान हुईं झड़पों और हिंसा वाली जगहों का दौरा किया था। इसको लेकर घोष ने उन्हें ताना मारा।
घोष ने ट्वीट किया, राज्यपाल अपनी संवैधानिक मर्यादाओं से परे काम कर रहे हैं। वह चुनाव से पहले विपक्षी दलों को प्रोत्साहित कर रहे हैं, जिन्होंने तीन से चार बूथ क्षेत्रों में सुनियोजित हिंसा की है। हमारे कार्यकर्ताओं की मौत हो गई है। राज्य के बाकी हिस्सों में स्थिति सामान्य है। विपक्ष दलों ने अधिकतम संख्या में नामांकन दाखिल किए हैं। राज्यपाल खुद को विपक्षी ताकतों के अध्यक्ष के रूप में पेश करने की कोशिश कर रहे हैं।
राज्यपाल ने शनिवार को दक्षिण 24 परगना जिले में संकटग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया था। उन्होंने कहा था कि दुर्भाग्य से कुछ इलाकों में मैंने लोकतंत्र की गिरावट देखी है। लेकिन मैं लोगों को बताना चाहता हूं कि लोकतंत्र में डरने की कोई गुंजाइश नहीं है। मैं राज्य के लोगों के साथ हूं। मैं अत्याचार, धमकी और हिंसा को बर्दाश्त नहीं करूंगा।
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