लोकसभा चुनाव 2024: पश्चिम बंगाल में टीएमसी और कांग्रेस के बीच तरकरार खत्म, जल्द हो सकता है सीट शेयरिंग को लेकर फैसला
- पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी कांग्रेस को 5 सीटें देने को तैयार- सूत्र
- असम और मेघालय में भी कांग्रेस और टीएमसी के बीच होगा समझौता
- जल्द हो सकता टीएमसी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर बड़ा फैसला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव नजदीक आते-आते पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग का मामला सुलझता दिखाई दे रहा है। सूत्रों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने बंगाल में कांग्रेस के लिए पांच सीटें छोड़ेगी। टीएमसी कांग्रेस के लिए दार्जिलिंग, दक्षिण माल्दा, बहरामपुर और पुरुलिया सीट छोड़ने के लिए तैयार हैं।
सुलझ रहा है सीटों का मामला
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मेघालय और असम में दोनों पार्टी के बीच सीट शेयरिंग का मामला सुलझता दिखाई दे रहा है। मेघालय में कांग्रेस टीएमसी के लिए तूरा सीट भी छोड़ने को तैयार है। दोनों पार्टियों के बीच इस सीट को लेकर काफी विवाद देखने को मिला। टीएमसी इस सीट को लेकर लगातार कांग्रेस के सामने अड़ी हुई थी। जिसके चलते कांग्रेस यह सीट छोड़ना पड़ा। इसके अलावा असम में भी कांग्रेस एक सीट टीएमसी के लिए छोड़ने वाली है।
कांग्रेस के दिग्गज नेता जयराम रमेश ने कहा कि पश्चिम बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा जारी है। जयराम रमेश ने कहा, 'ममता बनर्जी और टीएमसी ने कहा है कि वे इंडिया अलायंस को मजबूत करना चाहते हैं और केंद्र की सत्ता से बीजेपी को दूर करना चाहते हैं।'
साथ आ रहे हैं गठबंधन के सहयोगी दल
गौरतलब है कि बंगाल में कांग्रेस और टीएमसी के बीच बीते दो महीने से सीट बंटवारे को लेकर संघर्ष जारी है। हालांकि, बीते दो-तीन दिनों से दोनों पार्टियों की ओर से नरमी देखी गई है। दोनों पार्टी एक बार फिर बातचीत के लिए आगे आ रहे हैं। साथ ही, यूपी में सीट बंटवारे के बाद इंडिया गठबंधन के सहयोगी दल कांग्रेस से सहज महसूस कर रहे हैं।
यूपी में हाल ही में कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन हुआ है। वहीं, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच भी दिल्ली में सीट बंटवारों को लेकर शनिवार को फाइनल मुहर लगी। इसके अलावा दोनों पार्टी गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़ और गोवा में भी एक साथ चुनाव लड़ते नजर आएगी। हालांकि, अभी पंजाब को लेकर दोनों पार्टियों के बीच मामला अटका हुआ है।