पन्ना की चुनावी पॉलिटिक्स में जीत तय करता है प्रत्याशी की छवि और अनुभव

  • पन्ना में तीन विधानसभा सीट
  • पवई, पन्ना सामान्य,गुन्नौर SC आरक्षित
  • चुनाव में होता है बहुकोणीय मुकाबला

Bhaskar Hindi
Update: 2023-07-26 11:01 GMT

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। हीरों की खदान और मंदिरों की नगरी से विख्यात पन्ना जिले की राजनीति में कांटे की टक्कर दिखाई देती है। पन्ना मध्य प्रदेश के उत्तर-पूर्व विंध्यांचल की सुरम्य पर्वत श्रृंखलाओं के मध्य स्थित है। पन्ना में एक राष्ट्रीय उद्यान भी है जहाँ पन्ना टाइगर रिजर्व और कई दुर्लभ वन्यजीव पाए जाते हैं।

यहां बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी के आने से मुकाबला बहुकोणीय होने के आसार है।  पन्ना जिले में तीन विधानसभा सीट पवई, गुन्नौर, और पन्ना आती है। गुन्नौर विधानसभा सीट 2008 में अस्तित्व में आई थी। तीन सीट में से दो पर बीजेपी और एक पर कांग्रेस का कब्जा है। पवई और पन्ना सामान्य और गुन्नौर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। जिले में गरीबी, पलायन, बेरोजगारी और दम तोड़ती हीरा-पत्थर खदानों का मुद्दा अहम है और हर चुनाव में हर दल का प्रत्याशी इन मुद्दों पर जनता से वादे करता है।

पवई विधानसभा सीट

पवई विधानसभा सीट पर मतदाताओं में ओबीसी 40 परसेंट , अनुसूचित जाति 14 परसेंट,और एसटी वर्ग 15 परसेंट है। सीट पर लोधी समाज का बोलबोला है। पवई में किसी एक दल का दबदबा नहीं रहा है। प्रत्याशी की छवि और अनुभव पर ही जनता मोहर लगाती है। पवई में बेरोजगारी और भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है।

2018 में बीजेपी के प्रह्लाद लोधी

2013 में कांग्रेस के मुकेश नायक

2008 में बीजेपी के बृजेंद्र प्रताप सिंह

2003 में बीजेपी के बृजेंद्र प्रताप सिंह

1998 में सपा से आशोक वीर विक्रम सिंह

1993 में कांग्रेस के मुकेश नायक

1990 में निर्दलीय अशोक वीर विक्रम सिंह

1985 में कांग्रेस के जयपाल सिंह

1980 में कांग्रेस के जयपाल सिंह

1977 में जेएनपी से उमाशंकर

गुन्नौर विधानसभा सीट

परिसीमन के बाद 2008 में अस्तित्व में आई गुन्नौर विधानसभा सीट एससी वर्ग के लिए आरक्षित है। गुन्नौर आरक्षित सीट का इतिहास है कि यहां कोई विधायक रिपीट नहीं हो पाता है। चुनाव में बीएसपी बीजेपी और कांग्रेस को टक्कर देती है।

2018 में कांग्रेस के शिवदयाल बागरी

2013 में बीजेपी के महेंद्र सिंह

2008 में बीजेपी के राजेश कुमार वर्मा

पन्ना विधानसभा सीट

पन्ना सीट अजयगढ़ घाटी के ऊपर और नीचे तक फैली है। घाटी के ऊपर और नीचे बसे मतदाताओं की प्रकृति अलग अलग है। सीट पर लोधी, कुरमी, यादव,अनुसूचित और ब्राह्मण समाज के मतदाता हार जीत का फैसला करते है।

2018 में बीजेपी के बिजेंद्र सिंह

2013 में बीजेपी से कुसुम सिंह महदेले

2008 में कांग्रेस से श्रीकांत दुबे

2003 में बीजेपी से कुसुम सिंह

1998 में बीजेपी से कुसुम सिंह

1993 में कांग्रेस से लोकेंद्र सिंह

1990 में बीजेपी से कुसुम सिंह महदेले

1985 में बीजेपी से जय प्रकाश पटेल

1980 में कांग्रेस के हेटराम दुबे

1977 में जेएनपी से लोकेंद्र सिंह

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