Parliament Monsoon Session: सदन में गूंजा मणिपुर का मामला, राज्यसभा और लोकसभा कल के लिए स्थगित, खड़गे ने कहा- 'पीएम बाहर नहीं सदन में दें बयान'
- मानसून सत्र के दौरान जोरदार हंगामा
- कल 11 बजे के लिए दोनों सदन स्थगित
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर हिंसा को लेकर राज्यसभा और लोकसभा में जबरदस्त हंगामा हुआ है। विपक्षी दल के नेता केंद्र की मोदी सरकार से मणिपुर में हुई घटना को लेकर चर्चा की मांग कर रहे हैं। विपक्षी नेताओं के हंगामे की वजह से उच्च सदन और निम्न सदन कल 11 बजे के लिए स्थगित कर दी गई है। मणिपुर मामले पर विपक्ष को एकजुट होता देख सरकार भी बैकफुट पर नजर आ रही है। भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि, सदन में सरकार मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर चर्चा करने को तैयार है।
संसद का मानसून सत्र आज (20 जुलाई) से शुरू हुआ है। पहले से ही ये खबरें सामने आ रही थीं कि, केंद्र को सदन में घेरने के लिए विपक्षी पार्टियां योजना बना रही हैं। इसी बीच मणिपुर से दो महिलाओं के निर्वस्त्र करने वाला वीडियो सामने आ गया जिस पर विपक्ष लामबंद हो गया है और केंद्र सरकार से मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
पीएम पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने उठाए सवाल
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, "सदन शुरू होने के बाद सदन के नेता सदन के बाहर खड़े होकर बयान दें वे भी मणिपुर जैसे मुद्दे पर तो मुझे ये बहुत अजीब लग रहा है। जिस बात को सदन के अंदर रखना चाहिए वे सदन के बाहर रख रहे हैं। मणिपुर जल रहा है, इधर उधर की बात नहीं करनी चाहिए। एक कहावत है कि इधर-उधर की ना बात कर, बता काफिला क्यों लुटा, क्या मणिपुर जैसे हालात देश के किसी अन्य राज्य में हैं?"
उन्होंने आगे कहा, "सत्र शुरू होने पर परंपरा के मुताबिक पीएम सभी नेताओं से उनका हालचाल पूछते हैं। तो वो मैडम (सोनिया गांधी) से भी मिले। उन्होंने पीएम से कहा कि हम सदन के अंदर मणिपुर पर चर्चा चाहते हैं। मुझे लगता है कि पीएम को उनसे ऐसे सवाल की उम्मीद नहीं थी। तो वह अचंभित हो गए और बोले "ठीक है, मैं देखूंगा।" उन्होंने जोर देकर कहा कि चर्चा कराई जाए। एक तरह से विपक्ष की ओर से मैडम की ही मांग के साथ आज सत्र की शुरुआत हुई।"
विपक्ष चर्चा से क्यों भाग रहा?- राज्यसभा सांसद सुशील मोदी
भाजपा से राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने विपक्ष पर बरसते हुए कहा, "जब अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया और सरकार भी चर्चा के लिए तैयार है तब क्यों भाग रहे हैं? विपक्ष का प्रस्ताव था और भाजपा का भी प्रस्ताव था कि इस पर चर्चा हो। आज प्रधानमंत्री ने ट्वीट करके भी अपना दुख व्यक्त कर दिया है, इन्हें बहाना चाहिए कि सदन की कार्यवाही न चले। हम तो बंगाल पर भी चर्चा चाहेंगे। मणिपुर पर भी चर्चा होनी चाहिए।"
गृह मंत्री विस्तार से जवाब देंगे- संसदीय कार्य मंत्री
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, "हमने स्पष्ट कर दिया है कि हम दोनों सदनों में मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार हैं। मणिपुर एक संवेदनशील विषय है। गृह मंत्री विस्तार से चर्चा का जवाब देंगे। स्पीकर को चर्चा की तारीख तय करने दीजिए हम चर्चा करने के लिए तैयार हैं।"
पीएम बाहर नहीं सदन में बयान दें- खड़गे
राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा,मणिपुर जल रहा है, महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है, उन्हें नंगा कर घुमाया जा रहा है और पीएम मोदी चुप हैं और वह बाहर बयान दे रहे हैं।
विपक्ष चर्चा से भाग रहा- ठाकुर
मणिपुर को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्ष पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने 2 महिलाओं के साथ जिस तरह का व्यवहार और अत्याचार हुआ, उसकी घोर निंदा की है और कड़े शब्दों में कहा है कि कितने भी हो और कोई भी हो, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मगर दुर्भाग्य ये है कि विपक्षी दल इसे राजनीति के रूप में देखते हैं, राजनीति करना चाहते हैं। हमने सदनों में कहा है कि हम चर्चा के लिए तैयार है मगर विपक्ष चर्चा से भागना चाह रहा है।"
स्थगित हुए दोनों सदन
मणिपुर हिंसा को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में विपक्षी दलों के सांसदों ने चर्चा करने के लिए हंगामा किया। जिसको देखते हुए लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदन कल के लिए स्थगित कर दिए गए हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने निम्न सदन को कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है।
खड़गे ने दागे सवाल
संसद में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी का घेराव करते हुए कहा कि, मणिपुर के हालात बेहद ही चिंताजनक हैं सरकार हाथ पर हाथ रखी हुई है। प्रदेश में मानवता मर गई है।
संसद में चर्चा हो- थरूर
कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता और लोकसभा सांसद शशि थरूर ने पीएम मोदी की मणिपुर पर चुप्पी को लेकर सवाल खड़ा करते हुए कहा, "इसे लेकर चिंतित हूं कि प्रधानमंत्री इतने लंबे समय तक चुप थे लेकिन मुझे खुशी है कि उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ी। अब हम चाहते हैं कि वे इस मुद्दे पर संसद में चर्चा करें।" थरूर ने आगे कहा "इस घटना को लेकर उनके मन में क्या है हमारे साथ साझा करें क्योंकि हम पिछले 2-3 महीनों से बेहद पीड़ा महसूस कर रहे हैं। हमें बताएं कि सरकार क्या कर रही है? सरकार ने अब तक काम क्यों नहीं किया? और क्या कदम उठाया है? यह सब बिना किसी देरी के किया जाना चाहिए। अब उन्हें संसद में चर्चा करनी चाहिए जहां हम इस चर्चा में शामिल हो सकें।"
विपक्ष सदन की कार्रवाई रोकना चाहता है- गोयल
मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष के हंगामे को देखते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, "आज सदन की कार्रवाई और व्यापार सलाहकार समिति की बैठक में विपक्ष का रवैया देखकर ये स्पष्ट हो जाता है कि वो मन बनाकर आए थे कि सदन की कार्रवाई नहीं चलने देंगे। शायद उनको परेशानी है कि प.बंगाल में जिस प्रकार से हिंसा की घटनाएं हुई हैं और छत्तीसगढ़ व राजस्थान में नारी शक्ति का बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियां हैं ऐसे में सरकार ने जब स्पष्ट कर दिया कि हम मणिपुर की घटनाओं पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं उसके बावजूद कांग्रेस और बाकि विपक्षी दल सदन की कार्रवाई को रोका। ये स्पष्ट करता है कि विपक्ष सदन की कार्रवाई को चलने नहीं देना चाहती है।"
संसद पहुंची सोनिया गांधी
कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष और सांसद सोनिया गांधी संसद पहुंचीं।
कांग्रेस ने मांगी इस्तीफा
मणिपुर की घटना व स्थिति को लेकर महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया, मणिपुर सीएम एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की।
दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो- चिराग पासवान
मणिपुर में हिंसा को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) प्रमुख चिराग पासवान ने कहा, "ऐसी (मणिपुर) घटनाओं के दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटना न घटे। मेरा विपक्ष से यही अनुरोध है कि वो सदन को चलने दे क्योंकि ये वही मंच है जहां आप सरकार के सामने अपनी बात रख सकते हैं और सरकार जवाब सुन सकते हैं। हम लोग भी सुनना चाहते हैं कि सरकार क्या-क्या कदम उठा रही है।"
औवेसी ने इसे नरसंहार बताया
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने कहा, "प्रधानमंत्री को 2 महीने के बाद ख्याल आया कि वहां कूकी समुदाय के लोगों का नरसंहार हो रहा है। उन्होंने मजबूरी में प्रतिक्रिया दी है, क्योंकि वीडियो पूरी दुनिया में वायरल हो रहा है कि किस प्रकार से वहां महिलाओं को पुलिस की गिरफ्त से निकाल कर उनके साथ बर्बरता की गई।"
ये घटना शर्म की बात- कपिल सिब्बल
राज्यसभा सांसद व वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने मणिपुर हिंसा को लेकर कहा, "मणिपुर की घटना को लेकर प्रधानमंत्री ने चुप्पी तोड़ी जो अच्छी बात है लेकिन मणिपुर में अब तक जो हुआ, जो लूट मची, मणिपुर जल रहा था, इतनी बर्बरता हुई थी तब प्रधानमंत्री ने चुप्पी क्यों साधी हुई थी? गृह मंत्री चुप क्यों थे? इस घटना पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा की गई टिप्पणी के बाद प्रधानमंत्री ने अपना बयान दिया वे पहले क्यों चुप थे। वे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। हमारे देश में इस तरह की घटना घटित होना शर्म की बात है।"
इस मामले पर टिप्पणी नहीं की जा सकती
पूर्व CJI और बीजेपी सांसद रंजन गोगोई ने मणिपुर हिंसा को लेकर कहा कि, इस मामले पर कुछ टिप्पणी नहीं किया जा सकता है।