संदेशखाली मामला: शेख शाहजहां को सस्पेंड कर टीएमसी ने दी बीजेपी को चुनौती, कहा हमने कर दिखाया अब तुम्हारी बारी
- शेख शाहजहां को टीएमसी ने किया निलंबित
- बीजेपी से की बड़ी डिमांड
- आपराधिक मामलों में फंसे नेताओं को निकालने की कही बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पं. बंगाली की टीएमसी सरकार ने संदेशखाली मामले के मुख्य आरोपी शेख शाहजहां पर बड़ा एक्शन लिया है। पार्टी ने उसे 6 साल के लिए सस्पेंड (निलंबित) कर दिया है। इसके साथ ही टीएमसी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए मांग की है कि वह अपनी पार्टी के कई बड़े नेताओं जिनमें हिमंत बिस्वा सरमा, बृजभूषण शरण सिंह और अजय मिश्रा टेनी के नाम शामिल हैं, उन्हें बाहर निकालें।
सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने पार्टी की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, ''शेख शाहजहां को टीएमसी से 6 साल के लिए निलंबित करने का फैसला लिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि दो तरह की पार्टी होती है। एक पार्टी जो सिर्फ बोलती है और हम करते हैं। हमने अतीत में उदाहरण स्थापित किए हैं और हम आज भी ऐसा कर रहे हैं।'' उन्होंने आगे कहा, ''हम भाजपा को उन नेताओं को निलंबित करने की चुनौती देते हैं, जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार समेत कई आपराधिक मामले हैं।''
क्या है मामला?
पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में कई महिलाओं ने आरोप लगाया है कि टीएमसी के नेता शेख शाहजहां और उसके साथियों ने उनका यौन उत्पीड़न किया। साथ ही उनकी जमीन पर भी अवैध कब्जा किया है। महिलाएं बीते एक महीने से शेख शाहजहां के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। वहीं 55 दिनों से फरार चल रहे 53 साल के शेख शाहजहां को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया है। वह उत्तर 24 परगना के मिनाखान इलाके में अपने सहयोगियों के साथ रह रहा था।
गौरतलब है कि कलकत्ता हाईकोर्ट की ओर से शेख शाहजहां के खिलाफ कार्रवाई में देरी करने के लिए राज्य पुलिस की आलोचना की गई थी। जिसके तीन दिन बाद ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया। जहां उसे 10 दिनों की पुलिस रिमांड में रखने का फैसला सुनाया। वहीं शेख शाहजहां की गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा, 'यह गिरफ्तारी नहीं है, यह शेख शाहजहां और टीएमसी सरकार के बीच की डील है। शाहजहां को जेल में 5 स्टार सुविधाएं मिलेंगी'।