चुनाव के लिहाज से किस पार्टी के लिए बेहतर रहा ये साल, जानिए क्यों उड़ गई बीजेपी और कांग्रेस की रातों की नींद?
ईयर एंडर 2022 चुनाव के लिहाज से किस पार्टी के लिए बेहतर रहा ये साल, जानिए क्यों उड़ गई बीजेपी और कांग्रेस की रातों की नींद?
डिजिटल डेस्क, भोपाल। साल 2022 खत्म होने वाला है। देश में सियासी लिहाज से यह साल काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। साल के भीतर कई राज्यों में चुनाव हुए। एक तरफ जहां राज्यों के नेतृत्व की जिम्मेदारी नए चेहरे के हाथों में सौंपी गई तो वहीं कुछ राज्यों में पुराने चेहरों पर ही भरोसा जताया गया। खास बात यह रही कि देश की दो सबसे बड़े राजनैतिक दल बीजेपी व कांग्रेस के बाद आम आदमी तीसरी ऐसी पार्टी बनकर उभरी है, जो राष्ट्रीय राजधानी के अलावा पंजाब में सरकार बनाकर इन पार्टियों को तगड़ा झटका दिया। साथ ही अन्य राज्यों में भी अपना खाता खोलकर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने में भी कामयाब रही। राजनीतिक नजरिए से एक छोटी पार्टी होने के नाते आम आदमी पार्टी के लिए यह साल काफी अच्छा रहा है।
इस राज्य में आप की एंट्री ने छीना चैन
साल खत्म होता जा रहा है, लेकिन यादें तो हमेशा बनी रहती हैं। आप के लिए यह साल हमेशा यादगार रहने वाला है। आम आदमी पार्टी को बने हुए केवल 10 साल हुए फिर भी यह पार्टी बीजेपी व कांग्रेस के नाक में दम कर रही है। इतने कम समय में दो राज्यों में पूर्ण बहुमत की सरकार व अन्य राज्यों में भी अपने खाते खोल चुकी आप के हौंसले सांतवें आसमान पर हैं। बीजेपी व कांग्रेस ही देश के किसी भी राज्य में चुनाव के दौरान दिखती थी लेकिन आप की एंट्री ने बेचैनी बढ़ा दी है। हाल ही में गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे ने साबित कर दिए हैं कि आप देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनने की ओर अग्रसर है। गुजरात चुनाव में आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के प्रचार के लिए खूब पसीना बहाए तो पार्टी के खाते में 5 सीट दिलवा दिए। इसी के साथ अब आप को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी मिल गया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सरकार बनाने के बाद पंजाब विधानसभा की कुल 117 सीटों में से 92 सीटें जीतकर आप ने भगवंत मान के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। जबकि पहले से सत्ता पर काबिज रही कांग्रेस को कुल 18 सीटें व बीजेपी को 2 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। अगर पंजाब के रिजल्ट पर ध्यान दिया जाए तो साल में सबसे ज्यादा किसी पार्टी को लाभ मिला तो वह आप ही दिख रही है क्योंकि आप एक उभरती हुई पार्टी है और उसके जनाधार भी बीजेपी व कांग्रेस की अपेक्षा कम हैं फिर भी देश की राजनीति में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर अन्य दलों को सोचने के लिए मजबूर कर रही है।
गुजरात इलेक्शन में आप का रहा अच्छा प्रदर्शन
गुजरात चुनाव का रिजल्ट आने के बाद आप संयोजक अरविंद केजरीवाल काफी गदगद दिखे। साल जाते-जाते पार्टी ने गुजरात चुनाव में कुछ खोया नहीं बल्कि पाया ही है। इस चुनाव में बीजेपी को 53.33 फीसदी वोट मिले हैं तथा राज्य में सबसे बड़ा दल बनकर सामने आई है। वहीं आप को 13 फीसदी वोट मिले हैं। साथ ही आप ने कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाई है। गुजरात चुनाव में पार्टी को मिली पांच सीटों के बाद राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने का रास्ता साफ हो गया है। आप के लिए यह साल दोहरा लाभ देने वाला रहा है। आप ने पंजाब से कांग्रेस को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया तो वहीं देश के पीएम नरेंद्र मोदी के राज्य गुजरात में भी खाता खोलकर लोगों को बड़ा संदेश दिया है। बताया ये भी जा रहा है कि आप आने वाले किसी भी राज्य के चुनाव में मैदान में जरूर उतरेगी। ऐसे में तीसरी पार्टी के तौर पर आप को ही देखा जा रहा है।