ईबीसी का सबसे बड़ा शोषक है लालू का परिवार

उपेंद्र कुशवाहा ईबीसी का सबसे बड़ा शोषक है लालू का परिवार

Bhaskar Hindi
Update: 2023-02-02 14:00 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क, पटना। जदयू के राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पटना में शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती समारोह के दौरान तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद का परिवार पिछले 33 वर्षो से राज्य के अति पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) के लोगों का सबसे बड़ा शोषणकर्ता है।

कुशवाहा ने गुरुवार को पटना में एक गैर राजनीतिक संगठन महात्मा फुले समता परिषद द्वारा आयोजित जयंती समारोह के दौरान कहा,

राजद ने बुधवार को जगदेव बाबू की जयंती मनाई और 90 प्रतिशत ईबीसी व ओबीसी के साथ 90:10 अनुपात की बात कही। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि पिछले 33 वर्षो में लालू के परिवार ने ईबीसी के कितने लोगों को बढ़ावा दिया? जगदेव बाबू ने सपना देखा था कि ईबीसी लोग सरकार में सत्ता साझा करेंगे। लालू परिवार 15 साल सत्ता में रहा और अब बिहार की सत्ता में साझेदार है।

कुशवाहा ने कहा, राजद नेताओं ने दावा किया कि सत्ता में बैठे 10 प्रतिशत लोग 90 प्रतिशत पर शासन कर रहे हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि इस पर नाटक करना बंद करें।

उन्होंने कहा, मेरी पार्टी के राजद के साथ गठबंधन से मुझे पीड़ा हो रही है। मैंने इस पार्टी और इसके नेताओं के खिलाफ जीवन भर संघर्ष किया। मेरी पार्टी का जन्म इस व्यवस्था के खिलाफ हुआ। अब मेरी पार्टी के नेता उन पर निर्भर हो गए हैं। जिन नेताओं ने नीतीश कुमार को ताकत दी, वे स्वाभाविक रूप से इसको लेकर चिंतित हैं।

कुशवाहा ने कहा, मेरी पार्टी ने वही किया है जो राजद ने 2005 से पहले किया था। हमारी पार्टी में ईबीसी की कोई भागीदारी नहीं है। हमारी पार्टी के नेताओं ने किसी भी ईबीसी नेता को खुद को स्थापित नहीं करने दिया। नीतीश कुमार का हालिया दृष्टिकोण उन्हें और अधिक भयभीत कर रहा है।

उन्होंने कहा, राजद नेता अपने और जदयू के बीच समझौते की बात करते रहते हैं। नीतीश जी को सौदे की प्रकृति स्पष्ट करनी चाहिए, बिहार के लोगों को अंधेरे में नहीं रखना चाहिए। मैं उनसे इसे स्पष्ट करने के लिए कहना चाहता हूं।

(आईएएनएस)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Tags:    

Similar News