त्रिपुरा, मेघालय, मणिपुर ने 51वां स्थापना दिवस मनाया
कार्यक्रमों का आयोजन त्रिपुरा, मेघालय, मणिपुर ने 51वां स्थापना दिवस मनाया
- मेघालय की निरंतर प्रगति के लिए प्रार्थना
डिजिटल डेस्क, अगरतला/शिलांग/इम्फाल। मेघालय, त्रिपुरा और मणिपुर ने शुक्रवार को अलग-अलग रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन कर अपना 51वां स्थापना दिवस मनाया।
मतदान वाले त्रिपुरा और मेघालय में राज्य दिवस समारोह कम महत्वपूर्ण थे और आदर्श आचार संहिता के कारण मंत्रियों और राजनेताओं ने समारोह में भाग नहीं लिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और कई केंद्रीय मंत्रियों और पड़ोसी पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने तीनों राज्यों के लोगों को बधाई दी अवसर पर।
तीन राज्यों के लोगों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने अलग-अलग ट्वीट में कहा, उनके स्थापना दिवस पर त्रिपुरा के लोगों को शुभकामनाएं। पिछले 5 साल त्रिपुरा के विकास पथ के लिए उल्लेखनीय रहे हैं। कृषि से उद्योग, शिक्षा तक। स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य में बड़ा परिवर्तन देखा गया है। आने वाले समय में यह प्रवृत्ति बनी रहे।
मोदी ने कहा, मेघालय के लोगों को उनके स्थापना दिवस पर बधाई। यह राज्य अपनी जीवंत संस्कृति, विशेष रूप से संगीत, कला और खेल के प्रति जुनून के लिए जाना जाता है। मेघालय के लोगों ने विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। मैं आने वाले वर्षो में मेघालय की निरंतर प्रगति के लिए प्रार्थना करता हूं।
पीएम ने एक अन्य ट्वीट में कहा, मणिपुर के लोगों को राज्य के स्थापना दिवस की बधाई। राज्य पिछले कुछ वर्षो के दौरान कई मामलों में प्रगति कर रहा है। मैं प्रार्थना करता हूं कि इस राज्य के लोगों की आकांक्षाएं पूरी हों और मणिपुर भारत के विकास पथ को मजबूत करता रहे।
दिन का मुख्य समारोह अगरतला में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य सचिव जे.के. सिन्हा, पुलिस महानिदेशक अमिताभ रंजन, महाराजा बीर बिक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति सतदेव पोद्दार सहित अन्य लोगों ने रवींद्र शतवार्षिकी भवन में सूचना एवं सांस्कृतिक मामलों के विभाग द्वारा आयोजित समारोह में भाग लिया।
मेघालय में राज्य के राज्यपाल बी.डी. मिश्रा ने इस अवसर पर शिलांग में यू सोसो थम ऑडिटोरियम में एक समारोह में मेघालय दिवस उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किया। कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा 51वें मेघालय दिवस के अवसर पर शहर में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मणिपुर में राज्य दिवस का मुख्य समारोह इंफाल में प्रथम बटालियन मणिपुर राइफल्स परेड ग्राउंड में आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि राज्य बड़ी संख्या में घरेलू और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने में सक्षम रहा है।
उन्होंने बताया कि कई आगंतुकों ने राज्य की प्रगति और विकास को स्वीकार किया है। सिंह ने कहा कि राज्य इस साल जी20 और फेमिना मिस इंडिया के ग्रैंड फिनाले के सिलसिले में कार्यक्रम आयोजित करेगा।उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य दूर-दराज के ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में शासन और विकास लाना है, ताकि उनकी शिकायतों का निवारण किया जा सके और लोगों को उनके दरवाजे पर सेवाएं प्रदान की जा सकें।
मुख्यमंत्री ने बड़े पैमाने पर वनों की कटाई पर चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि इस वर्ष मार्च से जुलाई तक सामूहिक वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा। त्रिपुरा और मणिपुर की पूर्ववर्ती रियासतों का अक्टूबर 1949 में भारतीय संघ में विलय कर दिया गया था और 21 जनवरी, 1972 को पूर्ण राज्य बन गए। उसी दिन पूर्ण राज्य बनने से पहले मेघालय असम का हिस्सा था।
पूर्वोत्तर क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, 1971 के तहत सभी तीन पूर्वोत्तर राज्य पूर्ण राज्य बन गए। सभी तीन पूर्वोत्तर राज्यों ने इस दिन को मनाने के लिए कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू की है और भविष्य में इन राज्यों को विकसित करने के लिए कई कल्याणकारी कार्यक्रमों और विभिन्न योजनाओं की घोषणा की है।
आईएएनएस
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