दिल्ली एमसीडी चुनाव का आया चौंकाने वाला सर्वे, जानें किस पार्टी को मिल रही कितनी सीटें
दिल्ली एमसीडी चुनाव-2022 दिल्ली एमसीडी चुनाव का आया चौंकाने वाला सर्वे, जानें किस पार्टी को मिल रही कितनी सीटें
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में इस वक्त चुनावी मौसम का दौर चल रहा है। जहां हिमाचल प्रदेश व गुजरात में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है तो वहीं दिल्ली में भी नगर निगम चुनाव का ऐलान हो चुका है। एमसीडी चुनाव की घोषणा के बाद से ही दिल्ली नगर निगम चुनाव पर भी आम आदमी पार्टी, बीजेपी व कांग्रेस की नजर टिकी हुई है। हालांकि एबीपी न्यूज सर्वे ने कांग्रेस की चिंता बढ़ा दी है।
कांग्रेस ने सियासी हालात को सुधारने के लिए हाल ही में सोनिया गांधी के स्थान पर मल्लिकार्जुन खडगे को पार्टी का अध्यक्ष बनाया है, उम्मीद थी कि पार्टी को इससे संजीवनी मिलेगी लेकिन एमसीडी चुनाव को लेकर हुए सी-वोटर सर्वे में कांग्रेस की स्थिति खराब दिख रही है। हालांकि, सी-वोटर सर्वे में बीजेपी सबसे आगे है, जबकि आम आदमी पार्टी को पिछले चुनाव की अपेक्षा फायदा मिलने की संभावना है।
जानें सी-वोटर सर्वे के ओपिनियन पोल
एमसीडी चुनाव को लेकर किए गए सी-वोटर सर्वे में चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है। सर्वे के मुताबिक, दिल्ली नगर निगम में कांग्रेस को कुल 4 से 12 सीटें मिलने का अनुमान है। गौरतलब है कि दिल्ली में परिसीमन के बाद नगर निगम में सीटों की संख्या बढ़कर 250 हो गई है। इस लिहाज से कांग्रेस को काफी कम सीटें मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। सर्वे में ये भी सामने आया है कि पार्टी के खाते में कुल 16 फीसदी वोट ही जा सकते हैं।
अन्य दलों के खाते में इतनी सीटों की उम्मीद
सर्वे में बीजेपी को 118 से 138 वार्डों में जीत दर्ज करने की उम्मीद जताई गई है। जबकि आम आदमी पार्टी को 104 से 124 सीट मिलने का अनुमान है। वहीं वोट प्रतिशत की बात करें तो भाजपा को 42 फीसदी व आप को 40 फीसदी वोट मिलने की उम्मीद है।
इस दिन होगा एमसीडी चुनाव
दिल्ली नगर निगम की 250 सीटों पर आगामी 4 दिसंबर को वोटिंग होगी। इस बार कुल 50 फीसदी वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित रखा गया है। आरक्षित वर्ग के कुल 42 वार्ड में से 21 सीट महिलाओं के लिए हैं। जबकि सामान्य वर्ग के लिए 208 वार्ड में से 104 महिलाओं के लिए रिजर्व की गई हैं। इस चुनाव के नतीजे 7 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। अबकी बार दिल्ली में परिसीमन के बाद कुल मिलाकर 22 वार्ड कम हो गए हैं। पिछली बार के 272 वार्ड के बजाय 250 वार्ड पर चुनाव होंगे।