तेलंगाना के सीएम केसीआर पर शर्मिला ने दिया विवादित बयान, कहा- "तेलंगाना भारत का अफगानिस्तान और केसीआर इसका तालिबान"
सीएम पर विवादित बयान तेलंगाना के सीएम केसीआर पर शर्मिला ने दिया विवादित बयान, कहा- "तेलंगाना भारत का अफगानिस्तान और केसीआर इसका तालिबान"
- सीएम केसीआर पर दिया विवादित बयान
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य की तमाम प्रमुख पार्टियां एक दूसरे पर तल्ख टिप्पणीयां करने लगी हैं। चुनाव के कुछ महीने पहले ही राजनीतिक पार्टीयां एक दूसरे के ऊपर किचड़ उछालने लगी हैं। इसी कड़ी में युवजन श्रमिक रायथू तेलंगाना पार्टी के प्रमुख शर्मिला ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसकी वजह से प्रदेश में सियासी पारा और गर्म हो सकता है। उन्होंने रविवार के एक कार्यक्रम के दौरान तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। शर्मिला ने सीएम राव को तालिबान से जोड़ते हुए कहा कि "तेलंगाना भारत का अफगानिस्तान है और केसीआर इसका तालिबान हैं।" शर्मिला के इस बयान के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है।
सीएम केसीआर पर दिया विवादित बयान
दरअसल, शर्मिला तेलंगाना के महबूबाबाद इलाके में पहुंची थी। जहां पर उन्होंने मीडिया को संबोधित किया। शर्मिला सीएम केसीआर पर निशाना साधते हुए कहा कि "वह एक तानाशाह हैं, वह अत्याचारी हैं, तेलंगाना में कोई भारतीय संविधान नहीं है, केवल केसीआर का संविधान है। तेलंगाना भारत का अफगानिस्तान है और केसीआर इसका तालिबान हैं।" इसके अलावा शर्मिला ने महबूबाबाद विधानसभा क्षेत्र से बीआरएस नेता शंकर नाइक पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि, "आपने लोगों से कई वादे किए, जिन्हें आपने पूरा नहीं किया। अगर आप अपने वादे पूरे नहीं कर रहे हैं, तो इसका मतलब है कि आप नपुंसक हैं।"
— ANI (@ANI) February 19, 2023
शर्मिला पर दर्ज हुए एफआईआर
शर्मिला पर महबूबाबाद के विधायक पर विवादित बयान देने के आरोप में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने शर्मिला को महबूबाबाद से हैदाराबाद लेकर चली गई। ताकि इलाके में किसी भी प्रकार का कोई दंगा फसाद न हो। पुलिस ने शर्मिला के खिलाफ आईपीसी की धारा 505 यानी जानबूझकर अपमान करने और शांति भंग करने के इरादे से और एससी एसटी पीओए एक्ट की धारा 3(1) आर के तहत मामला दर्ज कर लिया है। वाईएसआरटीपी प्रमुख शर्मिला के इस बयान के बाद चारों तरफ विरोध हो रहा है। बीआरएस कार्यकर्ताओं ने बकायदा उनके तस्वीरों को जलाकर "गो बैक शर्मिला" के नारे लगाकर अपना विरोध जता रहे हैं।