अडानी ग्रुप के मामले में जेपीसी मांग पर शरद पवार ने रखी अलग राय, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दी प्रतिक्रिया
जेपीसी पर बिखरा विपक्ष अडानी ग्रुप के मामले में जेपीसी मांग पर शरद पवार ने रखी अलग राय, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दी प्रतिक्रिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अडानी ग्रुप के मामले में जेपीसी जांच का मुद्दा संसद बजट सत्र का दूसरा सेशन भी हंगामें की भेट चढ़ गया। अब इस मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने विपक्ष से अलग राय रखते हुए अडानी ग्रुप पर जेपीसी की मांग का समर्थन नहीं किया है। शुक्रवार को एक इंटरव्यू के दौरान शरद पवार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की बनाई गई कमेटी का स्वागत करें। उन्होंने कहा कि अदालत के फैसले के बाद जेपीसी जांच का कोई महत्व नहीं रह जाएगा। बता दें कि, कांग्रेस लगातार अडानी मामले में जेपीसी की मांग कर रही है।
शरद पवार के इस बयान के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह उनके अपने विचार हो सकते है। जयराम नरेश ने आगे कहा, ''इस मामले में 19 विपक्षी दल एकजुट हैं। हम सभी इस पूरे मामले को बेहद गंभीर मानते हैं।'' इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर बीजेपी के खिलाफ एनसीपी सहित 20 विपक्षी दल एक साथ हैं। शरद पवार का यह बयान ऐसे वक्त में आया जब अडानी मामले को लेकर संसद का पूरा बजट सत्र हंगामे की भेट चढ़ चुका है।
शरद पवार ने कही ये बातें
एनसीपी नेता शरद पवार ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि अडानी समूह के मामले में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को इतनी महत्ता क्यों दी जा रही है? हमने इनके(हिंडनबर्ग) बारे में कभी नहीं सुना कि उनका बैकग्राउंड क्या है? शरद पवार के मुताबिक, इस तरह के मुद्दों से देश में हंगामा होता है और इसकी कीमत देश की इकॉनमी चुकानी पड़ती है।
ये पूछे जाने पर कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस लगातार अडानी ग्रुप पर जेपीसी की मांग कर रही है, तब शरद पवार ने कहा कि वह किसी पार्टी विशेष की राय नहीं रखेंगे। शरद पवार ने आगे कहा कि अडानी ग्रुप के मामले में जेपीसी बनती है तो इसकी मॉनिटरिंग सरकार करेगी तो ऐसे में सच कैसे सामने आएगा।