सचिन पायलट वसुंधरा राजे के गढ़ पहुंचे, ट्रेन में सेल्फी के लिए यात्रियों की लगी कतार
जयपुर सचिन पायलट वसुंधरा राजे के गढ़ पहुंचे, ट्रेन में सेल्फी के लिए यात्रियों की लगी कतार
डिजिटल डेस्क,जयपुर। जयपुर से झालावाड़ जाने वाली ट्रेन में सोमवार को एक अलग ही नजारा था, जब यात्रियों को पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ सेल्फी लेने के लिए कतार में खड़ा देखा गया। राजस्थान में सीएम की कुर्सी को लेकर चल रहे सियासी ड्रामे के बीच पायलट साढ़े तीन साल बाद सोमवार को झालावाड़ पहुंचे। वह सुबह जयपुर रेलवे स्टेशन से निकले। पायलट को अपने साथ यात्रा करते देख थ्री टियर एसी डिब्बे में बैठे यात्री हैरान रह गए। वे उनके साथ सेल्फी लेने लगे। ट्रेन जैसे ही सवाई माधोपुर पहुंची, समर्थक ढोल-नगाड़े लेकर स्टेशन पहुंचे और सचिन पायलट जिंदाबाद और आई लव यू के नारे लगाए।
इसके बाद पायलट अखिल भारतीय यादव युवा महासभा में भाग लेने झालावाड़ पहुंचे। झालावाड़ पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गढ़ माना जाता है। रेगिस्तानी राज्य में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच राजनीतिक विशेषज्ञ पायलट के झालावाड़ घूमने के मायने तलाशने में जुटे हैं। उनके दौरे पर हजारों कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। पायलट सोमवार सुबह 9.55 बजे जयपुर जंक्शन से रवाना हुए। ट्रेन के यात्री पायलट को देखने से खुद को रोक नहीं पाए और उनसे सेल्फी के लिए अनुरोध किया। यहां तक कि पायलट भी उन्हें मना नहीं कर पाए। इस दौरान दोपहर करीब 12:25 बजे सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर पायलट के स्वागत के लिए ढोल-नगाड़ों के साथ समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी।
पायलट दोपहर करीब 2.45 बजे कोटा रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां भी उनके स्वागत के लिए समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी। यहां से पायलट कार से झालरापाटन के लिए रवाना हुए। कोटा में सभा को संबोधित करते हुए पायलट ने कहा, हम अपने कार्यकर्ताओं की वजह से सत्ता में आए हैं। जब मैं पीसीसी अध्यक्ष था, तो हमने गरीबों और किसानों के लिए बहुत संघर्ष किया। हम उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे। 2023 के चुनाव में कांग्रेस की फिर से सरकार बननी चाहिए। 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले हाड़ौती संभाग में यह उनका पहला बड़ा कार्यक्रम है। कोटा से झालावाड़ तक उनके स्वागत की जिस तरह तैयारी की गई, उसके कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि पायलट की यात्रा से पता चलता है कि वह 2023 में राजस्थान में कांग्रेस की वापसी की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन इससे यह भी पता चलता है कि यह पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के लिए एक चुनौती है। पायलट की मां रमा पायलट ने 2003 में झालरापाटन विधानसभा सीट से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के खिलाफ चुनाव लड़ा था। हालांकि उस समय उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
(आईएएनएस)
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