पंजाब सीएम के मीडिया एडवाइजर ने कहा, कैप्टन तब तक सिद्धू से नहीं मिलेंगे जब तक वह सोशल मीडिया के जरिए किए गए हमलों के लिए माफी नहीं मांग लेते
पंजाब सीएम के मीडिया एडवाइजर ने कहा, कैप्टन तब तक सिद्धू से नहीं मिलेंगे जब तक वह सोशल मीडिया के जरिए किए गए हमलों के लिए माफी नहीं मांग लेते
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भले ही कांग्रेस आलाकमान ने नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया हो, लेकिन उनके और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की खींचतान अभी खत्म नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि वह सिद्धू से तब तक नहीं मिलेंगे जब तक कि वह सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया के जरिए किए गए हमलों के लिए माफी नहीं मांग लेते।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठकराल ने एक ट्वीट में उन खबरों का खंडन किया जिसमें कहा गया था कि नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री से मिलने के लिए समय मांगा है। ठकराल ने ट्वीट किया, "ये खबरें पूरी तरह झूठी हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह से मिलने के लिये समय मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। वह तब तक सिद्धू से नहीं मिलेंगे जब तक वह सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ की गईं अपमानजक टिप्पणियों पर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांग लेते।"
इससे पहले दिन में, पंजाब के मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने सिद्धू के साथ तब तक किसी भी तरह की निजी बैठक करने से इनकार किया, जब तक सिद्धू और सिंह के बीच मतभेद दूर नहीं हो जाते। मोहिंद्रा ने एक बयान में कहा कि सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त करने के पार्टी आलाकमान के फैसले का स्वागत है। उन्होंने कहा, "हालांकि, मैं उनसे (सिद्धू) तब तक नहीं मिलूंगा जब तक कि वह मुख्यमंत्री से मिलकर उनके साथ अपने मुद्दों को सुलझा नहीं लेते।"
मोहिंद्रा ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता हैं और वह उनके निर्देशों का पालन करेंगे। सीएलपी नेता होने के अलावा, मुख्यमंत्री भी कैबिनेट का नेतृत्व करते हैं, जिसका वह हिस्सा हैं।