अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बढ़ावा देने में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का योगदान: राष्ट्रपति

शुभकामनाएं अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बढ़ावा देने में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का योगदान: राष्ट्रपति

Bhaskar Hindi
Update: 2022-11-18 14:31 GMT
अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बढ़ावा देने में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का योगदान: राष्ट्रपति

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव आईएफएफआई के 53वें संस्करण की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं। गोवा में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 20 से 28 नवंबर तक चलेगा। एशिया के सबसे पुराने फिल्म समारोहों में से एक, इस आयोजन के प्रतिभागियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए, राष्ट्रपति ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों को बढ़ावा देने में आईएफएफआई के योगदान की चर्चा की।

राष्ट्रपति ने कहा कि यह महोत्सव दक्षिण एशिया में फिल्म निमार्ताओं, कलाकारों, उद्योग के व्यावसायियों और सिनेमा प्रेमियों के लिए मिलने के एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम कर रहा है जहां वे विचारों का आदान-प्रदान कर सकते हैं और अपने समृद्ध अनुभव साझा कर सकते हैं।

राष्ट्रपति ने रचनात्मकता और मनोरंजन के माध्यम के रूप में सिनेमा के मूल्य की चर्चा की। सिनेमा एक ऐसा माध्यम है जो ²श्य, ध्वनि और कहानी कहने की तकनीकों का गतिबोधक प्रभावशाली प्रदर्शन करता है। राष्ट्रपति ने कहा, उन्हें यकीन है कि आईएफएफआई का 53वां संस्करण समारोह के सभी प्रतिनिधियों को चलचित्र संबंधी अद्वितीय अनुभव प्रदान करेगा।

इससे पहल भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के लिए भारतीय और अंतरराष्ट्रीय सिनेमा का कैटलॉग गुरुवार को जारी कर दिया गया। 53वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) में कई बेहतरीन हॉरर फिल्मों को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा फिल्म महोत्सव में मैक्सिकन सालसा का रंग भी देखने को मिलेगा।

भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में 15 फिल्में प्रतिष्ठित स्वर्ण मयूर हासिल करने की दौड़ में हैं। इन फिल्मों में कश्मीरी पंडितों के पलायन पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स भी शामिल है। इन फिल्मों में 12 अंतर्राष्ट्रीय और तीन भारतीय फिल्में शामिल हैं जो कला के माध्यम से कोई न कोई संदेश देती हैं।

2022 की मैक्सिकन फिल्म रेड शूज का अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा खंड में 14 अन्य फिल्मों के साथ मुकाबला होगा, जिसके विजेता को प्रतिष्ठित गोल्डन पीकॉक से सम्मानित किया जाता है। कार्लोस आइचेलमैन कैसर द्वारा निर्देशित रेड शूज एक किसान के बारे में एक फिल्म है जो एक अलग जीवन जीता है। किसान को अपनी बेटी की मौत की खबर मिलने और अपनी बेटी के शव को घर लाने की कोशिश में एक अपरिचित और अलग दुनिया से गुजरना पड़ता है। फिल्म को मिले कई पुरस्कार नामांकनों में, यह वेनिस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ऑडियंस अवार्ड के लिए विवाद में था।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने बताया कि इसके अलावा, सर्वश्रेष्ठ पदार्पण फीचर फिल्म निर्देशक के पुरस्कार की दौड में ऐन-मैरी श्मिट और ब्रायन श्मिट द्वारा निर्देशित मैक्सिकन फिल्म आईलैंड ऑफ लॉस्ट गर्ल्स भी शामिल है। यह फिल्म तीन बहनों की रोमांचक कहानी है, जो खुद को एक समुद्री गुफा में फंसी हुई पाती हैं, जो विशाल लहरों और अलौकिक जीवों से जूझती है। फिल्म को मॉस्को इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के साथ-साथ फंतासिया फेस्टिवल में प्रदर्शित किया गया था।

(आईएएनएस)

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