राहुल गांधी की सदस्यता छिनने से बौखलाए विपक्ष ने तैयार की नई रणनीति, निशाने पर होंगे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, ऐसा होगी घेराव की शुरुआत
अध्यक्ष का घेराव राहुल गांधी की सदस्यता छिनने से बौखलाए विपक्ष ने तैयार की नई रणनीति, निशाने पर होंगे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, ऐसा होगी घेराव की शुरुआत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है। यह प्रस्ताव कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर प्लान कर रही है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस पार्टी यह प्रस्ताव राहुल गांधी की सदस्यता खत्म किए जाने पर ला रही है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सदन में पक्षपात कर रहे हैं, जिसकी वजह से यह प्रस्ताव लाने की प्लानिंग की जा रही है।
वायनाड से सांसद थे राहुल
राहुल गांधी को हाल ही में सूरत की एक अदालत ने मानहानि मामले में दोषी ठहराया था। जिसके एक दिन के बाद ही लोकसभा सचिवालय ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी थी। बता दें कि, राहुल गांधी ने साल 2019 में दो लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। लेकिन यूपी के अमेठी से उन्हें हार मिली थी। जबकि केरल के वायनाड से उन्होंने जीत दर्ज की और लोकसभा पहुंचे थे। लेकिन अब उनकी सदस्यता रद्द हो चुकी है।
पार्टी का लेना-देना नहीं
सदस्यता रद्द होने पर कांग्रेस पार्टी भारतीय जनता पार्टी पर काफी आक्रामक दिखाई दे रही है और आरोप लगा रही है कि अडानी और बेरोजगारी के मुद्दे उठाने पर राहुल को ये सजा दी गई है। जबकि भाजपा इन आरोपों को सिरे से नकार रही है। उसका कहना है कि राहुल ने एक सांसद होने के नाते जो बातें कहीं हैं वो अशोभनीय है। जिसकी वजह से उन्हें अपनी सदस्यता गंवानी पड़ी है, इससे भारतीय जनता पार्टी का कोई लेना देना नहीं है।
दरअसल, हिंडनबर्ग ने जब से अडानी ग्रुप की कंपनियों के लेकर खुलासा किया है तब से विपक्ष केंद्र सरकार से जेपीसी द्वारा जांच कराने की मांग कर रहा है और सरकार को यह भी भरोसा दिलाया है कि जब तक जेपीसी का गठन करके अडानी की कंपनियों की जांच नहीं होती तब तक हम सदन और सड़क पर इसकी मांग करते रहेंगे। लेकिन इन सब से इतर लोकसभा अध्यक्ष के खिलाफ विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव लाना सियासी स्तर पर इनको कितना फायदा पहुंचाएगा, देखना दिलचस्प होगा।