भाजपा के आक्रामक हिंदुत्व को गति दे सकती है विपक्षी एकता
कर्नाटक सियासत भाजपा के आक्रामक हिंदुत्व को गति दे सकती है विपक्षी एकता
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। सत्तारूढ़ भाजपा आक्रामक हिंदुत्व के एजेंडे के जरिए कर्नाटक को अपना गढ़ बनाने और पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी को मिली सफलता को दोहराने की पूरी कोशिश कर रही है। राज्य में 28 लोकसभा क्षेत्र हैं और भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में 25 सीटों पर जीत हासिल की थी। लहर ऐसी थी कि पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा को तुमकुरु में भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा, जिसे क्षेत्रीय पार्टी जद (एस) का मैदान माना जाता है।
हालांकि इस बार ट्रेंड कुछ और ही नजर आ रहा है। हालांकि भाजपा अच्छी स्थिति में दिख रही है, लेकिन सिद्धारमैया और डी.के. शिवकुमार। अगर ये नेता अपने मतभेदों को दबा दें और एकजुट होकर लड़ाई लड़ें, तो भाजपा को गंभीर समस्या होगी। पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पार्टी में येदियुरप्पा राज्य के साथ-साथ लोकसभा चुनावों में भी भाजपा के लिए झटका साबित हो सकते हैं। कार्यकर्ता बसवराज सुलिभवी ने आईएएनएस को बताया कि यह कांग्रेस और अन्य दलों की अंदरूनी राजनीति है जो उन्हें भाजपा से हारती है। विपक्ष ने अभी तक भाजपा के खिलाफ एक साथ आने के लिए एक साझा एजेंडा नहीं बनाया है।
कर्नाटक में 2019 के लोकसभा चुनाव की तरह भाजपा के लिए कोई लहर नहीं है। सुलिभवी बताती हैं कि कांग्रेस अगले संसदीय चुनाव में राज्य की 14 लोकसभा सीटें आसानी से जीत सकती है। उनका मानना है कि विपक्ष के नेता सिद्धारमैया और कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार राज्य में बीजेपी के खिलाफ अच्छा काम कर सकते हैं। लेकिन अंदरूनी कलह का डर है। अंदरूनी सूत्रों के कारण कांग्रेस कोलार लोकसभा सीट हार गई।
दूसरी ओर भाजपा हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण कर रही है, ऑपरेशन लोटस शुरू कर रही है, गठबंधन तोड़ने और सरकारों को गिराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। यह कर्नाटक समेत 7 से 8 राज्यों में कर चुकी है। ताजा उदाहरण महाराष्ट्र है। उनका कहना है कि अभी, विपक्षी गुट भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की तरह दुर्जेय नहीं लग रहा है, वे कहते हैं। आम आदमी पार्टी (आप) का कहना है कि वह कांग्रेस से दूरी बनाए रखेगी और राजनीति में एक नया आख्यान लाने की कोशिश करेगी।
कर्नाटक आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष पृथ्वी रेड्डी ने आईएएनएस से कहा कि आप बहुमत या अल्पसंख्यक की राजनीति नहीं करना चाहती। हम वोट बैंक की राजनीति नहीं जानते। हमारा वोट बैंक अलग है। आप कांग्रेस के साथ जाने के बजाय राष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्रीय गठबंधनों के साथ जाने के लिए इच्छुक है। कांग्रेस के साथ गठबंधन करने से हमारे लोगों को और नुकसान होगा।
कांग्रेस के बारे में बात करते हुए उनका कहना है कि पार्टी अपने अतीत के गौरव पर जी रही है। वे अभी भी अपने नेताओं के स्वतंत्रता संग्राम, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों के बारे में बात कर रहे हैं, जिन्हें उन्होंने बनाया है। जेनरेशन गैप है, आजादी के 75 साल हो चुके हैं। आप एकमात्र पार्टी है जो स्पष्ट एजेंडे के साथ मतदाताओं के पास जा रही है और कार्यक्रमों के आधार पर वोट मांगने जा रही है। वह कहते हैं कि आप ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो लोगों को बता सकती है कि हां भावनाएं महत्वपूर्ण हैं, लेकिन आजीविका की कीमत पर नहीं। उन्होंने कहा, भाजपा जैसी दुर्जेय ताकत को हराने के लिए, जहां केंद्र सरकार की तमाम एजेंसियां उनके लिए काम कर रही हैं, केवल जनता की अदालत ही अछूती है।
उनका कहना है कि भाजपा और कांग्रेस की राजनीति एक ही है। जब आप भ्रष्टाचार के बारे में बात करते हैं, उदाहरण के लिए कांग्रेस और जद (एस) सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ 40 प्रतिशत कमीशन के आरोपों को भुनाने में विफल रहे हैं। बदले में भाजपा उनसे सवाल करती है कि क्या उन्होंने भ्रष्टाचार नहीं किया? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों और राष्ट्र से जो वादा किया था वह पूरा नहीं किया है। जब चुनाव नजदीक होंगे तो भाजपा भावनात्मक मुद्दों को लेकर आएगी। वे कहते हैं कि आप नैरेटिव को बदलने के लिए काम कर रही है।
पृथ्वी रेड्डी कहते हैं, मुस्लिम हो या हिंदू, स्कूल की फीस और अस्पताल की फीस भावनात्मक मुद्दों से ज्यादा महत्वपूर्ण है। कथा को बदलना होगा। हम राष्ट्रीय दलों को उनके खेल में हराने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। एक सर्वेक्षण में, अगर पीएम मोदी के लिए नहीं, तो अगला प्रधानमंत्री कौन होगा, 43 प्रतिशत ने अरविंद केजरीवाल का नाम लिया। तो सवाल यह है कि क्या पीएम मोदी को मात दी जा सकती है? हमने उसे दिल्ली और पंजाब में हराया है। हम जानते हैं कि पीएम मोदी को हराने के लिए क्या करना पड़ता है।
वह कहते हैं कि संगठन और संसाधनों के मामले में यह आप के लिए एक चुनौती है। भाजपा हर मोर्चे पर विफल हो रही है। कॉरपोरेट सेक्टर में 8,000 अमीर लोग देश छोड़कर जा रहे हैं। भाजपा के कट्टर समर्थकों ने उनका साथ दिया है। अगर आप अपना मुंह खोलेंगे, तो आप भाजपा द्वारा समाप्त कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा, देश में नफरत और डर का माहौल है। हमारे दुश्मन पाकिस्तान और चीन जो भारत को एक देश के रूप में खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, इसका फायदा उठा रहे हैं। उनका कहना है कि भाजपा भारत को भी खत्म कर रही है।
(आईएएनएस)
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