बीजेपी संसदीय बोर्ड से हटने के बाद पहली बार आया केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान, इशारों में सरकार को घेरा

एक बार फिर चर्चा में गडकरी बीजेपी संसदीय बोर्ड से हटने के बाद पहली बार आया केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान, इशारों में सरकार को घेरा

Bhaskar Hindi
Update: 2022-08-23 13:16 GMT
बीजेपी संसदीय बोर्ड से हटने के बाद पहली बार आया केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान, इशारों में सरकार को घेरा

डिजिटल डेस्क, मुंबई। हमेशा अपने बयानों के कारण चर्चा में बने रहने वाले बीजेपी नेता व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार अपने चिर-परिचित अंदाज में बात कही है। नितिन गडकरी अक्सर खुलकर अपनी बात रखने के लिए जाने जाते हैं। कभी-कभी पार्टी गाइडलाइन्स से हटकर भी बयान देने के लिए चर्चा में रहते हैं। जिसकी वजह से पार्टी को असहज होना पड़ता है। इसी कड़ी में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान उस समय सामने आया है जब हाल ही में गडकरी को पार्टी संसदीय बोर्ड से बाहर का  रास्ता दिखाया गया है। उन्होंने  एक कार्यक्रम के संबोधन के दौरान कहा कि सरकार समय पर फैसले नहीं लेती है और यह एक बड़ी समस्या है। जिसके बाद से सियासी गर्मी बढ़ गई है और लोग इस बयान को लेकर अलग ही अटकलें लगाना शुरू कर दिए हैं।

नैटकॉन-2022 कार्यक्रम में कही ये बात 

एसोसिएशन ऑफ कंसल्टिंग सिविल इंजीनियर्स, मुंबई की ओर  से आयोजित "नैटकॉन 2022" में केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दो पर अपनी राय रखी। नितिन गडकरी ने कहा," आप बेहतर कर सकते हैं, यहां संभावनाएं भी मौजूद हैं और क्षमता भी है। मेरा कहना है कि भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर का भविष्य सुनहरा है। हमें अच्छी तकनीक और नए सुधारों को स्वीकार करना होगा। हमें दुनिया और भारत की अच्छी रिसर्च और सफल प्रैक्टिस को स्वीकार करना होगा।"

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि हमारे पास वैकल्पिक चीजें होनी चाहिए। इससे हम क्वॉलिटी से समझौता किए बिना ही लागत में कमी ला सकते हैं। निर्माण के काम में टाइम का बहुत महत्व होता है। यह सबसे बड़ी पूंजी है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि सरकारें समय पर फैसले नहीं लेती हैं। इस कारण विकास में समय लगता है। तकनीक और संसाधनों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि ये बहुत महत्वपूर्ण चीज है। हमारे पास बहुत क्षमता है, लेकिन हम 60 लाख करोड़ रुपये के ईंधन का आयात करते हैं और यह समस्या की बात है। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि काम समय पर पूरे हो।

एक किस्सें को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि मैं जब महाराष्ट्र में मंत्री था तो मैंने कह दिया था कि जो 1 दिन पहले बनेगा तो एक लाख रुपये का इनाम मिलेगा। यदि देरी हुई तो फिर इसी हिसाब से फाइन देना होगा। माहिम में फ्लाईओवर बनाने के लिए समय 24 महीने का था, लेकिन ठेकेदार ने 21 महीने में ही तैयार कर दिया। इसकी वजह यह थी कि उसे बोनस मिलना था। 

बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं गडकरी

ये पहला मौका नहीं जब नितिन गडकरी ने ऐसा बयान दिया हो, इससे पहले भी वो कई बार इस प्रकार के बयान देते रहे है, जो भले ही विपक्ष को अनुकूल लगें, लेकिन उनकी पार्टी के नेतृत्व और सरकार को भी चुभने वाली होती है। कुछ दिन पहले ही एक इवेंट में उन्होंने कहा था कि आज की राजनीति सत्ता के लिए होती है। इसका लोगों के कल्याण से कोई लेना- देना नहीं है। कभी बार तो राजनीति से संन्यास लेने का मन करता है।

बीजेपी संसदीय बोर्ड से किए गए बाहर

बता दें कि कुछ दिन पहले ही बीजेपी ने एक मीटिंग के दौरान अपनी शीर्ष संस्था संसदीय बोर्ड का गठन किया था और इस लिस्ट से नितिन गडकरी को बाहर कर दिया गया। बीजेपी संसदीय बोर्ड से बाहर किए जाने के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि बीजेपी के साथ उनके रिस्तों में सबकुछ ठीक नहीं है। आपको बता दें कि नितिन गडकरी भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं और संघ के बेहद करीबी नेताओं में शुमार किए जाते हैं। 

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