महाराष्ट्र: CAA को लेकर शिवसेना-एनसीपी के बीच तकरार, पवार ने किया CM ठाकरे पर पलटवार
महाराष्ट्र: CAA को लेकर शिवसेना-एनसीपी के बीच तकरार, पवार ने किया CM ठाकरे पर पलटवार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। कांग्रेस (Congress) और एनसीपी (NCP) सीएए (CAA) को संविधान विरोधी बता रही हैं। वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और उनकी पार्टी शिवसेना (Shivsena) सीएए के समर्थन में खड़े हैं। जिसकों लेकर अब शिवसेना और एनसीपी के बीच तकरार सामने आई है। सीएम ठाकरे ने आज (मंगलवार) कहा कि सीएए के लागू होने से किसी को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, सीएए, एनआरसी और एनपीआर तीनों अलग-अलग है।
उन्होंने कहा कि अगर एनआरसी लागू होता है तो इससे न केवल हिंदू व मुस्लिम बल्कि आदिवासी भी प्रभावित होंगे। उद्धव ने कहा, केंद्र सरकार ने अभी तक एनआरसी पर बातचीन नहीं की है। एनपीआर एक जनगणना है। मुझे नहीं लगता कि इससे कोई प्रभावित होगा क्योंकि यह दस साल में होता है।
महाराष्ट्र: उद्धव सरकार का बड़ा फैसला, 1 मई से शुरू होगी NPR की प्रक्रिया
सीएए के अलावा ठाकरे ने भीमा कोरोगांव का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि एलगार परिषद और भीमा कोरोगावं दोनों अलग-अलग मामले हैं। भीमा कोरोगांव मामला दलित लोगों से जुड़ा हुआ है। इस मामले से संबंधित जांच केंद्र को नहीं सौंपा जाएगा।
NCP Chief Sharad Pawar: Maharashtra CM Uddhav Thackeray has his own view but as far as NCP is concerned, we had voted against #CitizenshipAmendmentAct. https://t.co/e8AdMif6ks pic.twitter.com/VOXpxFhgT9
— ANI (@ANI) February 18, 2020
वहीं एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का सीएए पर अपना नजरिया है, लेकिन हमने इसके खिलाफ वोट दिया था।