अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता परमेश्वर ने रिंग में अपनी टोपी फेंकी
कर्नाटक के सीएम की दौड़ अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता परमेश्वर ने रिंग में अपनी टोपी फेंकी
डिजिटल डेस्क, तुमकुरु (कर्नाटक)। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद की दौड़ तेज हो गई है, जिसे चुनाव के बाद सत्ता में आने का भरोसा है। यहां तक कि कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार, विपक्ष के नेता सिद्दारमैया और अन्य नेता भी शीर्ष पद के लिए अपनी संभावनाएं तलाश रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ दलित नेता जी. परमेश्वर, जो 2013 के विधानसभा चुनावों के बाद मुख्यमंत्री बनने से चूक गए थे, उन्होंने गुरुवार को कहा कि वह शीर्ष पद की दौड़ में बहुत आगे हैं।
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में परमेश्वर को अपने घरेलू मैदान कोराटागेरे में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था, जिससे सिद्दारमैया का रास्ता साफ हो गया था। पार्टी के कई अंदरूनी सूत्रों ने कहा था कि यह सिद्दारमैया ही थे, जिन्होंने मुख्यमंत्री पद के लिए अपना रास्ता साफ करने के लिए जद (एस) के पी.आर. सुधाकर ललिन के हाथों परमेश्वर की हार का तांडव करवाया था। परमेश्वर ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा, कांग्रेस के आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री पद के 10 दावेदार हैं। मैं उनमें से एक हूं।
उन्होंने कहा, हमारी पार्टी में मुख्यमंत्री जाति के आधार पर नहीं चुने जाते हैं। पार्टी में दलित मुख्यमंत्री जैसी कोई अवधारणा नहीं है। जो भी कुशल होगा, उसे काम मिलेगा। हर किसी की इच्छा मुख्यमंत्री बनने की होती है। इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि सिद्दारमैया और परमेश्वर दोनों ही पार्टी के लिए अपरिहार्य नेता हैं, विधायक चुनाव के बाद मुख्यमंत्री चुनेंंगे।
कांग्रेस ने दावा किया है कि एक आंतरिक सर्वेक्षण के अनुसार, पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में पर्याप्त बहुमत हासिल कर लेगी। कांग्रेस की तुलना में पार्टी कोई सीएम चेहरा नहीं होने के लिए भी भाजपा पर हमला कर रही है।
(आईएएनएस)।
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