सामूहिक प्रयास और सहयोग से भारत ने कोरोना को हराया : लोकसभा अध्यक्ष

नई दिल्ली सामूहिक प्रयास और सहयोग से भारत ने कोरोना को हराया : लोकसभा अध्यक्ष

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-22 19:30 GMT
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डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देश में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज प्रदान करने की दिशा में उठाए गए कई महत्वपूर्ण कदमों का जिक्र करते हुए कहा है कि चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में नए शोध और नए उपाय ही मानवता को गंभीर बीमारियों से बचा सकते हैं और सामूहिक प्रयास और सहयोग से भारत ने कोरोना को हराया है।

लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने बुधवार को नई दिल्ली में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्यों को संबोधित करने के दौरान भारत की ओर से, कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान नि:स्वार्थ भाव के साथ प्रदान की गई सेवाओं के लिए चिकित्सकों और कोरोना वॉरियर्स का आभार व्यक्त किया। उन्होंने महामारी के दौरान वैज्ञानिकों के काम की सराहना करते हुए कहा कि कोविड टीकों की उनकी खोज ने मानवता को परीक्षा की उस घड़ी से बाहर निकाला और सफलता दिलाई। भारत ने आपदा को अवसर में बदलने के लिए समग्र प्रयास किए और उस परिस्थिति में सामूहिक प्रयास और सहयोग से कोरोना के खिलाफ जंग जीती।

बिरला ने पिछले कुछ वर्षो में यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज प्रदान करने की दिशा में उठाए गए कई महत्वपूर्ण कदमों के जिक्र करते हुए कहा कि 2017 की व्यापक राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति अच्छी गुणवत्ता वाली सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवाओं तक सभी की पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रत्येक नागरिक को सस्ती और सुलभ, उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा पाने का हक है और देश इस सोच के साथ आगे बढ़ रहा है।

डॉक्टर- जनसंख्या अनुपात पर बोलते हुए बिरला ने कहा कि आज देश में जहां 13 लाख से अधिक एलोपैथिक डॉक्टर हैं, वहीं साढ़े 5 लाख से अधिक आयुष डॉक्टर हैं। इसी का परिणाम है कि हमारा डॉक्टर-जनसंख्या अनुपात अब 1 : 834 है जो डब्ल्यूएचओ के 1 : 1000 के मानक से बेहतर है।

उन्होंने इस वर्ष के केंद्रीय बजट की स्वास्थ्य के क्षेत्र में दीर्घकालिक विजन के रूप में कल्याणकारी दृष्टिकोण अपनाने के लिए तारीफ करते हुए कहा कि पिछले 75 वर्षो में देश ने आजादी के बाद सीमित संसाधनों में भी चुनौतियों का सामना किया, लेकिन समय के साथ इसमें सुधार हुआ। पहले हम अपनी जरूरतें पूरी करते थे लेकिन अब हम विश्व के देशों को चिकित्सा सेवाएं सप्लाई करते हैं। कोरोना महामारी से बचाव के लिए दुनिया भर के कई देशों को भारत द्वारा वैक्सीन की सप्लाई इसका जीता-जागता उदाहरण है। पोलियो पर भारत की विजय ने यह साबित किया है कि हमारी इच्छाशक्ति विशाल चुनौतियों को भी छोटा करने की शक्ति रखती है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में नए शोध और नए उपाय ही मानवता को गंभीर बीमारियों से बचा सकते हैं।

पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों का जिक्र करते हुए बिरला ने कहा कि आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों की हमारी प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका हैक आज योग की भारत की प्राचीन परंपरा एक जन आन्दोलन का रूप ले चुकी है और इसके स्वास्थ्य संबंधी लाभों को पूरा विश्व मान रहा है, उन्हें अपना रहा है।

बिरला ने कोविड के समय सांसदों द्वारा की गई पहलों को इनोवेशन्स एंड बेस्ट प्रैक्टिसेज ड्यूरिंग कोविड-19 पेंडेमिक (2020-21) शीर्षक वाली एक पुस्तिका के रूप में संकलित करने की जानकारी देते हुए बताया कि इस पुस्तिका में महामारी का सामना करने के लिए लोगों से संपर्क करने के सबसे अच्छे तरीकों और नए उपायों को शामिल किया गया है। इसमें महामारी के दौरान 100 से अधिक सांसदों द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्यो को शामिल किया गया है।

 

 (आईएएनएस)

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