सिब्बल का बयान पढ़ा है, मुझे नहीं लगता उन्होंने किसी को चुनौती दी : संदीप दीक्षित

नई दिल्ली सिब्बल का बयान पढ़ा है, मुझे नहीं लगता उन्होंने किसी को चुनौती दी : संदीप दीक्षित

Bhaskar Hindi
Update: 2022-03-17 07:31 GMT
सिब्बल का बयान पढ़ा है, मुझे नहीं लगता उन्होंने किसी को चुनौती दी : संदीप दीक्षित
हाईलाइट
  • सिब्बल का बयान पढ़ा है
  • मुझे नहीं लगता उन्होंने किसी को चुनौती दी : संदीप दीक्षित

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पांच राज्यों की विधानसभा चुनावों में हार के बाद कांग्रेस में मंथन जारी है। इस बीच कांग्रेस जी 23 गुट में भी हलचल जारी है। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि, जी 23 बैठक के जरिए आलाकमान पर कोई दबाब नहीं बनाया जा रहा है। दबाब सिर्फ सही काम करने पर है। हमारे मुताबिक, व्यक्तिगत कारण आप अच्छे नेताओं का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, लेकिन हमारे विचार और क्या हम समझते हैं जिससे पार्टी मजबूत होगी वो बेहद जरूरी है।

दरअसल कांग्रेस वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने हाल ही में कहा था कि, गांधी परिवार को अब कांग्रेस की लीडरशिप से हट जाना चाहिए और नेतृत्व की भूमिका के लिए और किसी और को मौका देना चाहिए। इसपर संदीप दीक्षित ने आईएएनएस से कहा, किसी भी ग्रुप में लोग अपना मत भी रखते हैं। मैं तो वही बात कह सकता हूं जो हमारे ग्रुप का सामूहिक मत है। मैंने उनका बयान पढा है। मुझे नहीं लगता उन्होंने किसी को चुनौती दी हो। सिब्बल जी का इंटरव्यू ग्रुप का बयान तो नहीं था, ग्रुप का बयान हमने सबके सामने रख दिया है।

दूसरी ओर, खबर है कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस आलाकमान के साथ गुरूवार को मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि अभी तक इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है कि वो कब तक मुलाकात करेंगे। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने मुलाकात को लेकर कहा कि, मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, होगी या नहीं इस बारे में भी नहीं कह सकता।

भाजपा अपनी अगले चुनाव को लेकर तैयारी करने में जुटी हुई है, लेकिन कांग्रेस अपनी अंदरूनी कलह से नहीं निपट पा रही है। संदीप दीक्षित ने कहा, कांग्रेस एक बड़ा दल है, इसलिए यह समस्या होती है। हमारी पार्टी में लोकतंत्र है बाकी तो एक आदमी की पार्टी है। हमारी पार्टी में कोई कुछ भी कहे लेकिन हम सवाल खड़े करते हैं और यह करने की हमारे यहां जगह भी है। दुसरी पार्टियों में कोई सवाल उठा सकता है ? हमारी पार्टी में सोचने समझने वाले भी है और जहां सोचने समझने वाले होते हैं वहां स्वाभाविक है अचार विचार पर विवाद तो होगा ही।

बुधवार को कांग्रेस के जी-23 समूह ने पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के आवास पर बैठक में गांधी परिवार को लेकर अपनी रणनीति पर चर्चा की थी। इसके बाद एक बयान जारी किया गया जिसमें कहा गया, हम मानते हैं कि कांग्रेस के लिए आगे बढ़ने का एकमात्र तरीका सामूहिक और समावेशी नेतृत्व और सभी स्तरों पर निर्णय लेने के मॉडल को अपनाना है। कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए यह आवश्यक है। हम मांग करते हैं कि कांग्रेस पार्टी 2024 में एक विश्वसनीय विकल्प का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एक मंच बनाने के लिए समान विचारधारा वाली ताकतों के साथ बातचीत शुरू करे।

संदीप दीक्षित ने कहा, जी 23 एक ऐसा ग्रुप है जो कांग्रेस पार्टी की चिंता करते हैं और जो अपने व्यक्तिगत स्वार्थ से ज्यादा पार्टी को समय देते हैं। हम कुछ सालों से कमजोर हो रहे हैं और देश की अपनी एक मानसिकता बदली हुई है, जिसमें हमें अपनी जगह बनानी है। हमारा चेहरा लोगों के सामने उतना आकर्षक नहीं, जितना होना चाहिए।

 

 (आईएएनएस)

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