गुजरात के मंत्री ने संवेदनशील बेट द्वारका में विध्वंस अभियान को जायज ठहराया
गांधीनगर गुजरात के मंत्री ने संवेदनशील बेट द्वारका में विध्वंस अभियान को जायज ठहराया
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। ओखा बंदरगाह से दूर एक संवेदनशील द्वीप बेट द्वारका पर गुजरात सरकार का विध्वंस अभियान रविवार को नौवें दिन भी जारी रहा, राज्य के पर्यटन मंत्री पूर्णेश मोदी ने ट्विटर के जरिए इस अभियान के बारे में समझाया और इसे सही ठहराया।
ट्वीट में उन्होंने कहा, 2005 में ली गई सैटेलाइट इमेज के अनुसार यहां छह मस्जिदें थीं। अब संख्या बढ़कर 78 हो गई हैं, जिसमें मस्जिद, मजार और दरगाह शामिल हैं। ज्यादातर अवैध और सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनाई गई हैं। आगे उन्होंने कहा, 1945 में ग्रामीण गायकवाड़ (राजवंश) ने मुसलमानों को 20 गुणा 20 मीटर की जगह दी थी। 1960 की जनगणना के अनुसार, मुस्लिम मतदाता 600 और हिंदू 2786 थे, समय के साथ द्वीप पर हिंदू आबादी 6,000 और मुस्लिम 1200 होनी चाहिए, इसके बजाय हिंदुओं की आबादी घटकर 960 हो गई है और मुसलमानों की आबादी बढ़कर 6040 हो गई है।
मंत्री ने यह भी दावा किया कि लव जिहाद और जबरन धर्म परिवर्तन के कई उदाहरण हैं। दो परिवारों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले माजिद जडेजा वेलजीभाई मालाभाई की बेटी के साथ भाग गए थे, जबकि चार साल पहले दिनेश के परिवार के सदस्यों को इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर किया गया था। पूर्णेश मोदी के अनुसार, बेट द्वारका में रहने वाले बहुसंख्यक मुस्लिम परिवारों ने अपनी बेटी की शादी पाकिस्तानियों से कर दी है, और पाकिस्तान की कई लड़कियों की शादी द्वीप पर पुरुषों से कर दी जाती है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि द्वीप तस्करी का केंद्र बन गया है, क्योंकि कच्छ जिले के नारायण कोटेश्वर में 1600 करोड़ रुपये के ड्रग्स जब्त किए गए थे, जिसके साथ बेट द्वारका के रमजान पलानी को छह पाकिस्तानी नागरिकों के साथ गिरफ्तार किया गया था। बेट द्वारका का एक और हिस्ट्रीशीटर तालाब जडेजा है, जिसे चरस और गांजा की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
हालांकि, एक घंटे बाद पर्यटन मंत्री ने अपने सभी ट्वीट डिलीट कर दिए।
(आईएएनएस)
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