गुजरात: लाखों शिक्षक और सरकारी कर्मचारियों ने एक साथ की छुट्टी, सरकार के खिलाफ जताया विरोध
गुजरात गुजरात: लाखों शिक्षक और सरकारी कर्मचारियों ने एक साथ की छुट्टी, सरकार के खिलाफ जताया विरोध
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। गुजरात में विभिन्न विभागों के लाखों शिक्षक और सरकारी कर्मचारी शनिवार को सामूहिक आकस्मिक अवकाश (सीएल) पर चले गए हैं, जबकि उनके संघ के नेता सरकार की घोषणा से सहमत हैं।शुक्रवार शाम राज्य सरकार ने घोषणा की, कि उसने शिक्षकों और अन्य सरकारी कर्मचारियों की 14 मांगों को स्वीकार कर लिया है, जिसे इन संघों के कुछ सदस्यों ने स्वीकार नहीं किया।
समझौते के तहत अप्रैल 2005 से पहले नियुक्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना में शामिल किया जाएगा और सी.पी.एफ योगदान 10 से 14 प्रतिशत तक बढ़ाया जाएगा।कच्छ प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष लाभगिरी गोस्वामी ने आईएएनएस को बताया कि अकेले कच्छ में कम से कम 5,000 शिक्षक सामूहिक सीएल अवकाश पर चले गएष। सदस्य राज्य सरकार की घोषणा से नाखुश हैं।
अहमदाबाद जिले के शिक्षक नेता तेजसभाई ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने फूट डालो और राज करो की कोशिश की है। उन्होंने घोषणा की है कि 01 अप्रैल 2005 से पहले नियुक्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना में शामिल किया जाएगा। लेकिन इन कर्मचारियों की मुख्य मांग सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना के तहत कवर करने की है, जो पूरी नहीं हुई। तो आज शिक्षक, पंचायत कर्मचारी और यहां तक कि अन्य विभाग भी सामूहिक सीएल अवकाश विरोध में शामिल हो गए हैं, आंदोलन जारी रहेगा।दूसरी ओर राज्य सरकार ने विभाग प्रमुखों और जिलाध्यक्षों को सामूहिक विरोध में शामिल होने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
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