गंगा नदी में उतरा आलीशान स्वदेशी क्रूज, स्विट्जरलैंड के सैलानी करेंगे 27 नदियों की सैर, गंगा की क्लीनिंग के साथ फाइव स्टार क्रूज में होंगी ये सुविधाएं, पीएम ने किया उद्धाटन
क्रूज से गंगा की सैर गंगा नदी में उतरा आलीशान स्वदेशी क्रूज, स्विट्जरलैंड के सैलानी करेंगे 27 नदियों की सैर, गंगा की क्लीनिंग के साथ फाइव स्टार क्रूज में होंगी ये सुविधाएं, पीएम ने किया उद्धाटन
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान पीएम ने कहा कि 'गंगा नदी पर दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज सेवा की शुरुआत एक ऐतिहासिक क्षण है।' भारत सरकार ने देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया है। इस क्रूज के जरिए देश-विदेश के लोग भारत की संस्कृती और सभ्यता को बेहतर तरीके से जान सकेंगे। भारत ने खुद इस रिवर क्रूज का निर्माण किया है। जिसका नाम "गंगा विलास" दिया गया है। यह क्रूज आज से अपनी पहली यात्रा पर निकल चुका है। इस यात्रा में क्रूज पांच राज्यों और एक देश का भ्रमण करने वाला है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 13, 2023
बता दें कि यह क्रूज पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक की यात्रा कराने वाला है। इस यात्रा में क्रूज कुल 27 नदियों समेत 3100 किलोमीटर तक का सफर करने वाला है। यात्रा कराने वाले रिवर क्रूज की तस्वीरें सामने आने के बाद से ही वो सुर्खियों में बना हुआ है। ये क्रूज यात्रा के दौरान नेशनल पार्क, विश्व धरोहर और प्रसिद्ध जगहों पर भी विजीट कराने वाला है। । इस क्रूज की खास बात यह भी है कि यह पूरी तरह से प्रदूषण मुक्त है। रिवर क्रूज के अलावा पीएम मोदी ने गंगा नदी पर टेंट सिटी का भी उद्धघाटन किया।
36 पर्यटक कर सकते हैं एक साथ यात्रा
एमवी गंगा विलास क्रूज वाराणासी से अपने सफर की शुरूआत करेगा और यह 51 दिनों तक चलेगा। इस क्रूज में तीन डेक और 18 कमरे हैं। इस क्रूज में हर तरह की लग्जरी सुविधाएं मौजूद हैं। गंगा विलास क्रूज पूरी तरह फाइव स्टार होटल की तरह बनाया गया है। इसमें करीब 36 पर्यटक सफर करने वाले हैं। ये पूरे यात्री 51 दिनों तक 27 नदियों का सफर करेंगे। पहले सफर में स्विट्जरलैंड के 32 यात्री सफर करने वाले हैं। जो भारत और बाग्लांदेश के संस्कृति और सभ्यता को जानेंगे। सफर के दौरान ये रिवर क्रूज यात्रियों को भारत और बांग्लादेश के 50 टूरिस्ट प्लेसेज को दर्शन कराने वाली है। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार इस क्रूज का निर्माण करने का एक मात्र उद्धेश्य था कि दुनिया भारत में मौजूद विरासत को देख सके, और भारत की सभ्यता को जाने।
मौजूद है लग्जरी कमरे
तीन डेक और 18 सूटों वाला रिवर क्रूज किसी फाइव स्टार होटल से कम नहीं है। इस क्रूज के फोटोज और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। वायरल हो रही तस्वीरों में रिवर क्रूज अलीशान बंग्लो जैसा दिख रहा है। जहां सफर करने वाले यात्रियों के लिए बेहतरीन सुविधा है। यात्रिओं के लिए क्रूज में एअर कंडिशन कमरे, लग्जरी सोफा, जैसे तमाम अन्य सुख सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा क्रूज में जिम, म्यूजिक की भी व्यवस्था की गई है, ताकि यात्रा के दौरान यात्री संगीत का लुत्फ उठा सकें।
पूरी तरह है प्रदूषण मुक्त
गंगा रिवर क्रूज की लंबाई 62.5 मीटर लंबा, 12.8 मीटर चौड़ा, और 1.35 मीटर गहरा है। इसी के साथ ये दुनिया का सबसे लंबा रिवर क्रूज बन गया है। इस क्रूज को मशहूर डिजाइनर अनुपूर्णा गरिमाला ने डिजाइन किया है। वहीं क्रूज के निर्देशक राज सिंह का कहना है कि ये क्रूज भारत में ही तैयार हुआ है, इसको बनाने में किसी भी तरह के विदेशी समानों का उपयोग भी नहीं किया गया है। खास बात ये है कि नदी में चलने वाला ये क्रूज नदी में प्रदूषण भी नहीं फैलाएगा, क्योंकि इसे पॉल्यूशन फ्री टेक्नॉलॉजी के आधार पर तैयार किया गया है। साथ ही क्रूज में साउंड कंट्रोल टेक्नॉलॉजी भी यूज की गई है, ताकि पानी में रहने वाले जीवों को भी डिस्टर्बेंस न हो। साथ ही क्रूज पर एक एसटीपी संयंत्र है। इसके साथ ही क्रूज पर ऐसे इंतजाम भी किए गए हैं कि इस्तेमाल किया गया पानी और गंदगी गंगा में नहीं बहाई जाएगी। क्रूज पर रहने वाले सैलानियों के नहाने और साफ सफाई के लिए पानी का इंतजाम गंगा से ही होगा, जिसे फिल्ट्रेशन प्लांट के जरिए फिल्टर करके यूज किया जाएगा।
गुजरेगी पांच राज्यों और एक देश से
इस लग्जरी क्रूज से 36 यात्री 51 दिनों के यात्रा के दौरान भारत के पांच राज्यों उत्तरप्रदेश , बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और बांग्लादेश का भ्रमण करने वाले हैं। वहीं 15 दिनों तक बांग्लादेश में क्रूज रूकेगा। जहां 15 दिनों का यात्रा से ब्रेक लेकर सारे यात्री बांग्लादेश की धरोहर और नेशनल पार्क को विजीट करने वाले हैं। इसके अलावा सभी यात्री बांग्लादेश के इतिहास, संस्कृति और अध्यात्म को जानेंगे। केंद्रीय मंत्री सर्वानन्द सोनेवाल ने क्रूज को लेकर कहा कि इस यात्रा से भारत के रिवर सिस्टम में पर्यटकों की दिलचस्पी बनेगी, और आने वाले समय में हम उम्मीद करते हैं कि लोग इस यात्रा का आनंद लेंगे।