चीनी नागरिकों की मदद के लिए 50 लाख रुपये की रिश्वत के आरोप में कार्ति के खिलाफ नया मामला दर्ज: सीबीआई

चीन चीनी नागरिकों की मदद के लिए 50 लाख रुपये की रिश्वत के आरोप में कार्ति के खिलाफ नया मामला दर्ज: सीबीआई

Bhaskar Hindi
Update: 2022-05-17 11:31 GMT
चीनी नागरिकों की मदद के लिए 50 लाख रुपये की रिश्वत के आरोप में कार्ति के खिलाफ नया मामला दर्ज: सीबीआई
हाईलाइट
  • 10 स्थानों पर छापेमारी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को कहा कि नियमों का उल्लंघन कर चीनी नागरिकों को कथित तौर पर वीजा जारी करने के लिए दर्ज प्राथमिकी में कार्ति चिदंबरम को आरोपी बनाया गया है।

ताजा घटनाक्रम चेन्नई, मुंबई, कोप्पल (कर्नाटक), झारसुगुडा (ओडिशा), मानसा (पंजाब) और दिल्ली में पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति के 10 स्थानों पर चल रही छापेमारी के बीच सामने आया है।

सीबीआई के अनुसार, मानसा स्थित एक निजी फर्म तलवंडी साबो पावर लिमिटेड ने एक बिचौलिए की मदद ली और चीनी नागरिकों के लिए वीजा जारी करने के लिए कथित तौर पर 50 लाख रुपये का भुगतान किया, जो इसे समय सीमा से पहले एक परियोजना को पूरा करने में मदद करने की एवज में किया गया था। कार्ति चिदंबरम के अलावा, चेन्नई के एस. भास्कररमन, जिन्हें एक करीबी सहयोगी कहा जाता है, को भी प्राथमिकी में एक आरोपी के रूप में नामित किया गया है।

सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, मानसा स्थित निजी फर्म 1,980 मेगावाट ताप विद्युत संयंत्र (थर्मल पावर प्लांट) स्थापित करने की प्रक्रिया में थी और संयंत्र की स्थापना एक चीनी कंपनी को आउटसोर्स की गई थी। परियोजना अपने समय से पीछे चल रही थी। देरी के लिए दंडात्मक कार्रवाई से बचने के लिए, उक्त निजी कंपनी अधिक से अधिक चीनी व्यक्तियों, पेशेवरों को मानसा में अपनी साइट के लिए लाने की कोशिश कर रही थी और गृह मंत्रालय द्वारा लगाई गई सीमा से ऊपर परियोजना वीजा की आवश्यकता थी।

अधिकारी ने कहा कि उक्त उद्देश्य के लिए, निजी कंपनी के प्रतिनिधि ने अपने करीबी सहयोगी के माध्यम से चेन्नई स्थित एक व्यक्ति से संपर्क किया और उसके बाद उन्होंने चीनी कंपनी के अधिकारियों को आवंटित 263 वीजा के पुन: उपयोग की अनुमति देकर सीलिंग (कंपनी के संयंत्र के लिए अनुमेय परियोजना वीजा की अधिकतम) के उद्देश्य को विफल करने के लिए एक और मार्ग तैयार किया। इसके बाद निजी कंपनी के प्रतिनिधि ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को एक पत्र सौंपकर वीजा के पुन: उपयोग की मंजूरी मांगी, जिसे एक महीने के भीतर मंजूरी दे दी गई और अनुमति जारी कर दी गई।

यह आरोप लगाया गया है कि पी. चिदंबरम ने कथित तौर पर नियमों की धज्जियां उड़ाकर चीनी पेशेवरों को वीजा दिलाने में मदद की। छापेमारी सुबह आठ बजे शुरू हुई और अब भी जारी है। सीबीआई उन लोगों के बयान भी दर्ज कर रही है, जो चिदंबरम के घर पर हैं। इस बीच, पी. चिदंबरम ने ट्विटर पर छापेमारी की आलोचना की है।

उन्होंने कहा, आज सुबह, सीबीआई की एक टीम ने चेन्नई में मेरे आवास और दिल्ली में मेरे आधिकारिक आवास की तलाशी ली। टीम ने मुझे एक प्राथमिकी दिखाई, जिसमें मेरा नाम एक आरोपी के रूप में नहीं है। सर्च टीम को कुछ भी नहीं मिला और कुछ भी जब्त नहीं किया गया। खोजबीन का यह समय दिलचस्प है।

 

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