मोदी-शाह से अहम मुलाकातों के बाद अटकलों का दौर तेज, क्या बीजेपी में शामिल होगी अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस?

मुलाकात के बाद क्या? मोदी-शाह से अहम मुलाकातों के बाद अटकलों का दौर तेज, क्या बीजेपी में शामिल होगी अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस?

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-12 11:30 GMT
मोदी-शाह से अहम मुलाकातों के बाद अटकलों का दौर तेज, क्या बीजेपी में शामिल होगी अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस?
हाईलाइट
  • पंजाब में पकड़

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दो सप्ताह के अंतराल में ही पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का बीजेपी के वरिष्ठ नेता व गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात होना अचानक चर्चा का विषय बन गया है। दो सप्ताह पहले ही अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। अब शाह से हुई मुलाकात के बाद राजनीति गलियारों में ये कयास लगाए जा रहे है कि कांग्रेस से अलग होकर पंजाब लोक कांग्रेस बनाने वाले अमरिंदर सिंह जल्द ही अपनी पार्टी का विलय बीजेपी में कर सकते हैं। 

हालांकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से करीब पौने घंटे की मुलाकात के बाद जब पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह लौट रहे थे, तब मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए अमरिंदर सिंह ने इन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया।

आपको बता दें इससे पहले 30 अगस्त को अमरिंदर सिंह ने पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी। हालांकि इस दौरान सिंह ने ट्विट कर कहा कि पीएम के साथ पंजाब से जुडे़ कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। पंजाब और देश की सुरक्षा के लिए पंजाब लोक कांग्रेस और भाजपा ने मिलकर काम करने का संकल्प लिया है, जो राज्य, देश और पार्टियों के हित के लिए सर्वोपरि हैं। हालांकि कुछ राजनीतिक विश्लेषक इन मुलाकातों को मोदी कैबिनेट विस्तार से जोड़कर भी देख रहा है। राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि गुजरात चुनाव से पहले एक बार फिर मोदी मंत्रिमंडल में विस्तार हो सकता है। यदि ऐसा होता है तो पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है। 

पंजाब चुनाव से कुछ महीने पहले ही अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री और कांग्रेस के इस्तीफा देकर अपनी अलग नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस बनाई थी।अमरिंदर सिंह ने पंजाब विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ लड़ा था, हालांकि चुनाव में  आम आदमी पार्टी के झाडू के सामने  दोनों ही पार्टियां टिक नहीं पाई। और चुनाव में कोई खास करिश्मा नहीं दिखा पाई। दोनों को ही गठबंधन में एक साथ चुनाव लड़ने का लाभ नहीं मिल पाया। खुद अमरिंदर सिंह अपनी सीट नहीं बचा पाए थे। लेकिन पंजबा में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए बीजेपी अमरिंदर सिंह का साथ नहीं छोड़ना चाहती बल्कि एक लंबी पारी खेलकर पंजाब में अपनी नींव मजबूत करना चाहेगी। भाजपा करीब नौ सालों तक पंजाब में मुख्यमंत्री के रूप में कुर्सी संभालने वाले अमरिंदर सिंह का तर्जुबा अपने पक्ष में भुनाने की भरपूर कोशिश करेगी। आपको बता दें अमरिंदर सिंह ने 2002-2007 और फिर 2017-2021 के दौरान करीब नौ वर्षों तक पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था।

 

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