पिछले 1 साल से संघर्ष कर रहे किसानों की जीत हुई : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा
तीनों कृषि कानून वापस पिछले 1 साल से संघर्ष कर रहे किसानों की जीत हुई : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा
- किसान आंदोलन में 700 किसानों की मौत हुई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा किसानों के संघर्ष की जीत हुई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तीनों कृषि कानून वापिस लेने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देर आए दुरुस्त आए, एक साल से किसान संघर्ष कर रहे थे। किसानों की हुई जीत।
किसान आंदोलन में 700 किसानों की मौत हुई कांग्रेस शुरू से कहती आई है, किसानों की मौत के बाद नौकरी और आर्थिक सहायता की मांग की। लेकिन सरकार की और से अब तक कोई ऐलान नहीं किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम सम्बोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापिस लेने का एलान किया। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा मुझे खुशी है कि यह सरकार समझ गई है कि इस देश में किसानों से बड़ा कोई नहीं है। इस देश में एक सरकार अगर किसानों को कुचलने की कोशिश करती है और किसान खड़ा हो जाता है तो सरकार को अंत में झुकना ही पड़ेगा। यह सरकार समझ गई है।
वहीं इस मसले पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, सरकार ने कृषि कानूनों को रद्द करने का फैसला देरी से लिया है। यह किसान आंदोलन और किसानों की सफलता है। चुनाव में जाना था इसलिए केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया है। वह दिन भी दूर नहीं है, जब मोदी सरकार नागरिक संशोधन कानून (सीएए) भी वापस लेगी। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि उनकी सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला करती है। उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया को शुरू करेंगे। पीएम ने शुक्रवार को कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में कानून वापस लेने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील भी की है।
(आईएएनएस)