माकपा ने आईआईएम कोझिकोड में तालिबान सरकार स्टाफ के कोर्स की आचोलना की
तिरुवनंतपुरम माकपा ने आईआईएम कोझिकोड में तालिबान सरकार स्टाफ के कोर्स की आचोलना की
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। केरल में सीपीआई (एम) ने बुधवार को भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र की आलोचना की। दरअसल आईआईएम-कोझिकोड के पाठ्यक्रम प्रशिक्षण में तालिबान सरकार के विदेश मंत्रालय के कर्मचारियों का एक पाठ्यक्रम है। माकपा ने कहा कि यह संघ परिवार के साथ उनके करीबी संबंधों को दर्शाता है।
सीपीआई (एम) के राज्य सचिव एम.वी. गोविंदन ने कहा, यह स्पष्ट रूप से देश में संघ परिवार और तालिबान के बीच गठजोड़ को दर्शाता है और यह इस ऑनलाइन पाठ्यक्रम के माध्यम से किया जा रहा है।
पहली बार, काबुल में तालिबान शासन के सदस्य मंगलवार से शुरू हुए चार दिवसीय इंडिया इमर्शन ऑनलाइन कोर्स में भाग ले रहे हैं। पाठ्यक्रम नई दिल्ली के क्षमता निर्माण मंच, भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग कार्यक्रम (आईटीईसी) के हिस्से के रूप में आईआईएम-कोझिकोड द्वारा पेश किया जाता है।
सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल हो गई जिसमें कहा गया है कि यह अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात के विदेश मामलों के मंत्रालय का एक ऑफिस सर्कुलर है और वर्तमान में स्थानीय कर्मचारियों द्वारा संचालित काबुल में भारतीय दूतावास के माध्यम से काम किया जा रहा है। यह सर्कुलर उनके लिए है जो अंग्रेजी में रुचि रखते हैं।
संयोग से यह चार दिवसीय ऑनलाइन पाठ्यक्रम सभी देशों के लिए खुला है। आईटीईसी वेबसाइट के अनुसार, कार्यक्रम क्रॉस सेक्टोरल विदेशी प्रतिनिधियों के लिए इंडिया इमर्शन प्रोग्राम है।
विदेश मंत्रालय के तहत 1964 में स्थापित, आईटीईसी अंतर्राष्ट्रीय क्षमता निर्माण के लिए सबसे पुरानी संस्थागत व्यवस्थाओं में से एक है। इसने 160 से अधिक देशों के 200,000 से अधिक नागरिक और रक्षा अधिकारियों को प्रशिक्षित किया है।
(आईएएनएस)
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