अडाणी मामले की जांच के लिए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने वित्त स्थायी समिति के अध्यक्ष को लिखा खत, पत्र में जेपीसी गठित करने की मांग की
संसद अडाणी मामले की जांच के लिए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने वित्त स्थायी समिति के अध्यक्ष को लिखा खत, पत्र में जेपीसी गठित करने की मांग की
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। सड़क से लेकर संसद और मीडिया मंचों तक अडाणी को लेकर राजनैतिक बवाल मचा हुआ है। अब कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने वित्त स्थायी समिति के अध्यक्ष बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा को खत लिखकर अडाणी पर लगे आरोपों की जांच करने की अनुशंसा की है। मनीष तिवारी की ओर से लिखे गए लेटर में कांग्रेस सांसदों और समिति के अन्य सदस्यों गौरव गोगोई और प्रमोद तिवारी के भी हस्ताक्षर हैं।
पत्र के जरिए समिति के सदस्यों ने मांग की है किं कमेटी को हिंडनबर्ग रिसर्च मामले पर अडाणी ग्रुप के खिलाफ लगे आरोपों की जांच करनी चाहिए, पत्र में सांसदों की ओर से सुझाव दिया गया है कि समिति सेबी, आरबीआई से लेकर एलआईसी, कॉरपोरेट मंत्रालय और अन्य रेगुलेटरी निकायों को पत्र समन जारी करेगी और उनसे पूछा जाएगा कि क्या अडाणी मामले पर उनके स्तर पर कोई विफलता हुई है या नहीं?'
आपको बता दें कि कांग्रेस अडाणी मामले को सड़क से लेकर संसद तक पूरे जोर-शोर से उठा रही है। कांग्रेस जांच के लिए जेपीसी गठन करने की मांग भी कर रही है। वहीं केंद्र सरकार ने अडाणी मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की एक कमेटी गठित की है। लेकिन कांग्रेस इससे नाखुश है। कांग्रेस का सुको जांच कमेटी पर कहना है कि टॉप कोर्ट की कमेटी केवल अडाणी मामले पर ध्यान केंद्रित करेगी, जबकि जेपीसी की जांच सरकार से भी सवाल करेगी।
पत्र में लिखा गया है कि 'हम यह देखकर हैरान हैं कि समिति सिलिकॉन वैली बैंक मामले पर सुनवाई की तैयारी कर रही है, जो कि कैलिफोर्निया का बैंक हैं और उसका हमारे देश के रेगुलेटरी मैकेनिज्म पर नगण्य असर पड़ेगा। लेकिन कमेटी की इच्छा अडाणी मामले पर चर्चा के लिए बिल्कुल नहीं है, जबकि इससे भारतीय मार्केट में निवेशकों का भरोसा डगमगा सकता है।