कांग्रेस के कद्दावर नेता जीतू पटवारी के विधानसभा से निलंबन मामले पर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में कांग्रेस, बैठक के बाद हो सकता है अहम फैसला

कांग्रेस बनाम भाजपा कांग्रेस के कद्दावर नेता जीतू पटवारी के विधानसभा से निलंबन मामले पर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में कांग्रेस, बैठक के बाद हो सकता है अहम फैसला

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-02 14:27 GMT
कांग्रेस के कद्दावर नेता जीतू पटवारी के विधानसभा से निलंबन मामले पर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में कांग्रेस, बैठक के बाद हो सकता है अहम फैसला

डिजिटल डेस्क, भोपाल। कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता जीतू पटवारी को पूरे बजट सत्र से निलंबित कर दिया गया है। उन पर आरोप लगा है कि वो विधानसभा में झूठे तथ्य रख रहे थे। दरअसल,1 मार्च को मध्यप्रदेश की सरकार ने विधानसभा के पटल पर बजट पेश किया। जिसके बाद से ही कांग्रेस के तमाम विधायक सरकार के इस बजट पर सवाल खड़े कर रहे हैं। उन्हीं में से एक जीतू पटवारी भी हैं। जो इस बजट को प्रदेश की जनता के लिए काफी निराशाजनक बता रहे थे और विधानसभा में जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। जिसकी वजह से स्पीकर ने उन्हें इस बजट सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया है।

क्या कहा नरोत्तम मिश्रा ने?

बता दें कि, जीतू पटवारी को निलंबित करने का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रखा था। मिश्रा ने कहा कि लंबे समय से देखा जा रहा है कि वो बिना सोचे समझे सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। वो लगातार सदन में झूठ बोलने का काम कर रहे हैं और जनता को भ्रम में डालने की कोशिश कर रहे हैं। नरोत्तम ने आगे कहा कि जीतू कहते हैं कि सरकार जामनगर से छिपकली लाई है जानवरों को बेच रही है जबकि जानवरों को बेचना पूरी तरह बैन है। इसी वजह से मैंने सस्पेंड करने की मांग की थी और वो पूरे बजट सत्र के दौरान विधानसभा अब नहीं देखे जाएंगे।

कांग्रेस का जोरदार हमला

वहीं इस निलंबन के बाद कांग्रेस नेताओं ने भाजपा पर जोरदार हमला बोला है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जीतू के निलंबन पर विधानसभा स्पीकर को एक बार फिर से सोचना चाहिए। ये कदम पूरी तरह अलोकतांत्रिक है। वहीं विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि सरकार के दबाव में अध्यक्ष गिरीश गौतम काम कर रहे हैं हम अपने विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं। अगर ऐसा लगा कि हमें कोर्ट जाना चाहिए तो हम उसका भी रूख करेंगे। 

क्या कहा विधानसभा सचिव ने?

 इस पूरे मामले पर विधानसभा सचिव अवधेश सिंह का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि जीतू पटवारी विधानसभा में लगातार गलत तथ्य रख रहे थे। उन्हें कई बार सुधार व खेद जताने के लिए कहा गया लेकिन उन्होंने एक भी बात नहीं मानी इसलिए उन्हें निलंबित करना पड़ा।


 

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