राफेल पर राजनीति: दिग्विजय का PM पर वार, बोले- चौकीदार जी, अब तो विमानों की कीमत बता दीजिए
राफेल पर राजनीति: दिग्विजय का PM पर वार, बोले- चौकीदार जी, अब तो विमानों की कीमत बता दीजिए
डिजिटल डेस्क, भोपाल। राफेल लड़ाकू विमान आज (29 जुलाई) से इंडियन एयरफोर्स का हिस्सा बन जाएंगे। सोमवार को फ्रांस से रवाना हुए पांच राफेल विमानों की पहली खेप बुधवार को हरियाणा के अंबाला एयरबेस पर थोड़ी ही देर में पहुंचने वाली है। भारत ने फ्रांस से कुल 36 विमानों की डील की थी, जिनमें से फिलहाल पांच की डिलीवरी की गई है। इन विमानों की डील को लेकर कांग्रेस पहले से ही मोदी सरकार पर हमलावर रही है। अब राफेल विमानों के आगमन के दिन मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कई ट्वीट किए हैं। सिंह ने फ्रांस से हुई इस डील पर सवाल उठाते हुए राफेल विमान की कीमत पूछी है। दिग्विजय सिंह ने लिखा, आखिर राफेल प्लेन आ गया। 126 राफेल खरीदने का फैसला 2012 में UPA ने किया था, जिसमें से 18 राफेल छोड़कर अन्य सभी को HAL द्वारा भारत में बनाया जाना था। ये भारत के आत्मनिर्भर होने का प्रमाण था, एक राफेल की कीमत 746 करोड़ रुपये तय की गई थी।
आख़िर राफ़ेल fighter plane आ गया। १२६ राफ़ेल ख़रीदने के लिए कोंग्रेस के नेतृत्व में UPA ने २०१२ में फैंसला लिया था और १८ राफ़ेल को छोड़कर कर बाकि भारत सरकार की HAL में निर्माण का प्रावधान था। यह भारत में आत्मनिर्भर होने का प्रमाण था। एक राफ़ेल की क़ीमत ₹७४६ करोड़ तय की गई थी
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 29, 2020
सिंह ने कहा, ""मोदी सरकार के आने के बाद फ्रांस के साथ मोदीजी ने बिना रक्षा व वित्त मंत्रालय व कैबिनेट कमेटी की मंज़ूरी के नया समझौता कर लिया और HAL का हक मार कर निजी कंपनी को देने का समझौता कर लिया. राष्ट्रीय सुरक्षा को अनदेखी कर 126 राफ़ेल खरीदने के बजाय केवल 36 खरीदने का निर्णय ले लिया।""
मोदी सरकार आने के बाद फ़्रांस के साथ मोदी जी ने बिना रक्षा व वित्त मंत्रालय व केबिनेट कमेटी की मंज़ूरी के नया समझौता कर लिया और HAL का हक़ मार कर निजी कम्पनी को देने का समझौता कर लिया। राष्ट्रीय सुरक्षा को अनदेखी कर १२६ राफ़ेल ख़रीदने के बजाय केवल ३६ ख़रीदने का निर्णय ले लिया।
— digvijaya singh (@digvijaya_28) July 29, 2020
एक अन्य ट्वीट में सिंह ने लिखा, एक राफेल की कीमत कांग्रेस सरकार ने 746 करोड़ रुपए तय की थी लेकिन "चौकीदार" महोदय कई बार संसद में और संसद के बाहर भी मांग करने के बावजूद आज तक एक राफेल कितने में खरीदा है, बताने से बच रहे हैं। क्यों? क्योंकि चौकीदार जी की चोरी उजागर हो जायेगी! “चौकीदार” जी अब तो उसकी कीमत बता दें!
दिग्विजय सिंह ने तमाम सवालों के बाद कहा, यदि हम इन प्रश्नों का उत्तर मांगते हैं तो मोदी जी की ट्रोल आर्मी और उनके कठपुतली मीडिया एंकर हमें राष्ट्रद्रोही बताते हैं। क्या प्रजातंत्रीय व्यवस्था में विपक्ष को प्रश्न पूछने का अधिकार नहीं है?