बयान: जेपी नड्डा ने कहा- कोरोनावायरस की वजह से नागरिकता कानून में देरी हुई, इसे जल्द ही लागू किया जाएगा
बयान: जेपी नड्डा ने कहा- कोरोनावायरस की वजह से नागरिकता कानून में देरी हुई, इसे जल्द ही लागू किया जाएगा
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का बयान सामने आया है। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में सोशल ग्रुप की एक मीटिंग में जेपी नड्डा ने कहा- सभी लोगों को नागरिकता बिल का लाभ बहुत जल्द मिलेगा। हमने इसके लिए प्रतिबद्ध हैं। यह बिल अब संसद से पास हो चुका है। कोविड महामारी के इसको लागू होने में देरी हुई। पर अब धीरे-धीरे हालात सुधर रहे हैं। अब नागरिकता कानून पर काम शुरू हो गया है और नियम बनाए जा रहे हैं। यह जल्द ही लागू किया जाएगा।
क्या है नागरिकता संशोधन कानून?
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) में तीन देश अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और क्रिस्चन धर्मों के प्रवासियों को नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है। हालांकि इस कानून के बनने के बाद एक वर्ग का इसके खिलाफ देश में कई जगहों पर हिंसक विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। पश्चिम बंगाल और असम जैसे राज्यों में भी नागरिकता संशोधन कानून का विरोध किया गया है।
और क्या कहा जेपी नड्डा ने?
-भाजपा और मोदी जी की मूल नीति है- सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास। दूसरी पार्टियों कि नीति है- भेद डालो, समाज को बांटो, अलग-अलग करके रखो, अलग-अलग मांग करो और राज करो।
-दुःख की बात है कि ममता जी की सरकार ने किसान सम्मान निधि को बंगाल में लागू नहीं होने दिया। बंगाल के 76 लाख किसानों को इससे वंचित रखा गया है।
-आपने देखा होगा कि हिन्दू समाज के प्रति कितना आघात ममता जी ने इतने समय तक रखा। अब जब समझ में आ गया तो हर समाज को जोड़ने के लिए फुसलाने का प्रयास हो रहा है। ये वो लोग हैं जो केवल वोटबैंक की राजनीति करते हैं, सिर्फ सत्ता में रहने के लिए राजनीति करते हैं।