पकड़े जाने के बाद इस कदर रोईं अर्पिता मुखर्जी कि बेहोश ही हो गईं, ममता बनर्जी के करीबी रहे पार्थ चटर्जी का भी फूटा गुस्सा, ममता के फैसले को बताया साजिश
रो पड़ी अर्पिता, पार्थ ने तोड़ी चुप्पी पकड़े जाने के बाद इस कदर रोईं अर्पिता मुखर्जी कि बेहोश ही हो गईं, ममता बनर्जी के करीबी रहे पार्थ चटर्जी का भी फूटा गुस्सा, ममता के फैसले को बताया साजिश
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले की आरोपी अर्पिता मुखर्जी की एक तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में अर्पिता कार की सीट पर बैठी फूट-फूट कर रोते हुए नजर आ रही हैं। दरअसल ये उस समय की है जब उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था। वहीं अस्पताल में जब अर्पिता को मेडिकल चेकअप के लिए डॉक्टरों के पास ले जाया जा रहा था तब वह बेहोश हो गई।
बता दें कि शिक्षक भर्ती घोटाले में आरोपी ममता सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता के घर से प्रवर्तन निर्देशालय (ईडी) अब तक की अपनी जांच में 50 करोड़ से ज्यादा कैश और लगभग 4 करोड़ गहने बरामद कर चुकी है। जानकारी के मुताबिक, अर्पिता के घर से ईडी को कई ऐसे दस्तावेज भी हाथ लगे हैं जिनसे इस घोटाले में शामिल अन्य लोगों के नाम का पता भी लग सकता है। अर्पिता को कोर्ट के आदेश के बाद ईडी ने हिरासत में ले लिया है।
अर्पिता ने दिया चौकाने वाला बयान
ईडी की पूछताछ में अर्पिता ने कई हैरान करने वाले जवाब दिए हैं। अर्पिता ने ईडी को बताया कि, उन्हें इसकी बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि उनके कोलकाता स्थित दो अपार्टमेंटों में इतनी बड़ी रकम और कीमती सामान रखा है। इसके साथ ही अर्पिता ने ईडी की पूछताछ में बताया कि, फ्लैट के बंद कमरों में पार्थ चटर्जी अकेले जाया करते थे। गौरतलब है कि इस फ्लैट में अर्पिता को उनकी गिरफ्तारी से तीन दिन पहले देखा गया था।
गिरफ्तारी के बाद पहली बार बोले पार्थ - मुझे फंसाया गया
घोटाले के केस में गिरफ्तार होने के बाद ममता सरकार के मंत्रीमंडल और पार्टी से निकाले गए पार्थ चटर्जी ने पहली बार मामले में कुछ बोला है। उन्होंने कहा कि उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया है। दरअसल, 23 जुलाई को गिरफ्तार किए गए पार्थ को ईडी के अधिकारी मेडिकल चेकअप के लिए हॉस्पिटल ले कर गए थे। जहां पत्रकार ने उनसे पार्टी से हटाए जाने को लेकर सवाल किया, जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ साजिश रची गई है। मुझे फंसाया गया है। बता दें कि पार्थ का यह बयान उस समय जब एक दिन पहले ही उन्हें मंत्रीमंडल के साथ पार्टी से भी निष्काशित कर दिया गया था। जबकि 23 तारीख को गिरफ्तार होने वाले पार्थ 6 तक पार्थ कुछ भी नहीं बोले।
पार्थ के इस बयान को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। गौरतलब है कि गुरुवार को बंगाल बीजेपी नेता मिथुन चक्रवर्ती ने भी दावा किया था कि जो पैसा और गहनें बरामद हुए हैं वह पार्थ और अर्पिता के नहीं बल्कि किसी ओर के हैं। वह दोनों तो केवल उन पैसों की रखवाली करते थे। दरअसल मिथुन का इशारा सीएम ममता और उनके भतीजे अभिषेक की तरफ था।