आजादी के बाद अल्पसंख्यक वोटों के सियासी सौदागरों ने इस समुदाय का केवल शोषण ही किया

मुख्तार अब्बास नकवी आजादी के बाद अल्पसंख्यक वोटों के सियासी सौदागरों ने इस समुदाय का केवल शोषण ही किया

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-24 12:30 GMT
आजादी के बाद अल्पसंख्यक वोटों के सियासी सौदागरों ने इस समुदाय का केवल शोषण ही किया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भारतीय जनता पार्टी को सही मायनों में राष्ट्रीय पार्टी करार देते हुए कांग्रेस को नॉन परफामिर्ंग राजनीतिक दल बताया है। विरोधी दलों पर आजादी के बाद अल्पसंख्यक समुदाय का शोषण करने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आजादी के 75 वर्षों में अल्पसंख्यक वोटों के सियासी सौदागरों ने अल्पसंख्यकों के शोषण की 75 शतरंजी चालें चली। नई दिल्ली में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने देश के मुस्लिम समाज के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार के साढ़े 7 सालों के कार्यकाल में देश में सकारात्मक माहौल बना है और देश को दंगो से मुक्ति मिल गई है।

कोरोना काल में मोदी सरकार द्वारा बेहतर काम करने का दावा करते हुए नकवी ने देश भर से आए पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के सभी पदाधिकारियों से आह्वान किया कि वो अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के पास जाए और उन्हें बताए कि सरकार की विभिन्न योजनाओं से अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को कितना लाभ हुआ है। कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वहां हिंसा और हत्या करने वालों को चुन-चुन कर सजा दी जा रही है। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि धारा 370 हटने के बाद वहां जो बदलाव आया है, वो पहले भी आ सकता था लेकिन यहां राज करने वाले लोग ऐसा नहीं चाहते थे।

इस्लामिक देशों में पिछले साढ़े 7 सालों में लगातार बढ़ रहे भारत के प्रभाव का जिक्र करते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि 2019 में इंडोनेशिया के बाद सबसे ज्यादा हज का कोटा भारत को मिला। कई मुस्लिम देशों ने अपने सर्वोच्च सम्मान से पीएम मोदी को सम्मानित किया। देश की राजधानी दिल्ली में भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आने वाले 5 राज्यों के विधान सभा चुनाव के मद्देनजर अल्पसंख्यक मतदाताओं खासकर मुस्लिम वोटरों को लुभाने की रणनीति को अंतिम रूप दिया जाना है। बैठक में देश के राजनीतिक माहौल को लेकर एक राजनीतिक प्रस्ताव को भी पारित किया गया। कार्यकारिणी की बैठक में अल्पसंख्यक मोर्चा की वेबसाइट को भी लांच किया गया। आने वाले दिनों में मोर्चा के सभी कार्यकतार्ओं को सोशल मीडिया से लेकर जमीनी धरातल तक अपनी सक्रियता बढ़ाने को भी कहा गया है। कार्यकारिणी की बैठक में उस समय अप्रिय स्थिति पैदा हो गई जब साबिर अली ने वरिष्ठता का मुद्दा उठाते हुए मोर्चा अध्यक्ष से सवाल पूछ लिया। साबिर अली और मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी के बीच इस मुद्दे पर नोक-झोंक भी हो गई।

( आईएएनएस)

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