हैदराबाद के 8वें निजाम को राजकीय सम्मान के साथ मक्का मस्जिद में दफनाया गया
अंतिम विदाई हैदराबाद के 8वें निजाम को राजकीय सम्मान के साथ मक्का मस्जिद में दफनाया गया
- हवाई फायरिंग कर उन्हें अंतिम सलामी दी
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। हैदराबाद के आठवें निजाम मुकर्रम जाह बहादुर को बुधवार को यहां की ऐतिहासिक मक्का मस्जिद में राजकीय सम्मान के साथ दफनाया गया। शाही परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों, दोस्तों और आम लोगों ने मुकर्रम जाह को अंतिम विदाई दी। रिपोर्ट के अनुसार, मुकर्रम जाह बहादुर का 14 जनवरी को तुर्की में निधन हो गया था।
उन्हें मक्का मस्जिद के परिसर में आसफ जाही परिवार के मकबरे पर सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उन्हें उनकी इच्छा के अनुसार उनके पिता आजम जहां की कब्र के बगल में दफनाया गया है। मुकर्रम जाह के भाई प्रिंस मुफक्कम जाह, बेटे प्रिंस अजमथ जाह और परिवार के अन्य सदस्य नमाज-ए-जनाजा और दफन में शामिल हुए।
रिपोर्ट के अनुसार, चारमीनार के पास मस्जिद के बाहर खड़े पुलिसकर्मियों ने हवाई फायरिंग कर उन्हें अंतिम सलामी दी। इस दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। दफन के दौरान चारमीनार के आसपास की दुकानें उनके सम्मान में बंद रहीं।
हैदराबाद के आखिरी निजाम मीर उस्मान अली खान बहादुर के पोते मुकर्रम जाह का 14 जनवरी को इस्तांबुल में निधन हो गया था। वह 89 वर्ष के थे। 6 अक्टूबर 1933 को प्रिस आजम जाह और राजकुमारी दुरू शहवार के घर जन्मे मुकर्रम जाह को मीर उस्मान अली खान के निधन के बाद 6 अप्रैल 1967 को आठवें निजाम के रूप में आसफ जाह का ताज पहनाया गया था।
आईएएनएस
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