कर्नाटक में चुनाव लड़ रहे 42 प्रतिशत प्रत्याशियों के पास एक करोड़ या इससे अधिक की संपत्ति : एडीआर
विधानसभा चुनाव 2023 कर्नाटक में चुनाव लड़ रहे 42 प्रतिशत प्रत्याशियों के पास एक करोड़ या इससे अधिक की संपत्ति : एडीआर
- कांग्रेस प्रत्याशी प्रियकृष्ण सबसे ज्यादा कर्ज में डूबी प्रत्याशी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक में हो रहे विधानसभा चुनाव में उतरे प्रत्याशियों को लेकर एडीआर ने रिपोर्ट पेश की है। एडीआर रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस में सबसे ज्यादा करोड़पति और सबसे ज्यादा दागी उम्मीदार बनाए है। विधानसभा चुनाव में2023 कुल 2,615 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है। इनमें 2,586 प्रत्याशियों के चुनावी हलफनामे का एडीआर ने मूल्यांकन किया है। इसी के आधार पर ये रिपोर्ट तैयार हुई है। इसके अनुसार, 2,586 प्रत्याशियों में से 581 यानी 22 फीसदी पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं। इनमें भी 404 प्रत्याशियों पर गंभीर तरह के आरोप हैं। चुनाव लड़ने वाले 1,087 यानी 42 प्रत्याशियों के पास एक करोड़ या उससे ज्यादा की दौलत है। प्रत्याशियों के पास औसतन दौलत 12.56 करोड़ रुपये की है। सबसे अमीर प्रत्याशी यूसुफ शरीफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे है। चुनाव लड़ रहे 592 प्रत्याशियों के पास पांच करोड़ या इससे अधिक की संपत्ति है।
ये हैं तीन सबसे अमीर उम्मीदवार
1. यूसुफ शरीफ : बीबीएमपी सेंट्रल जिले की चिकपेट विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे यूसुफ शरीफ कर्नाटक के सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। यूसुफ के पास कुल 1,633 करोड़ रुपये की दौलत है। इसमें 85 करोड़ रुपये की चल और बाकी अचल संपत्ति है।
2. एन नागाराजू : बेंगलुरु ग्रामीण की होसाकोटे विधानसभा से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे एन नागाराजू कर्नाटक के दूसरे सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। नागाराजू के पास कुल 1,609 करोड़ रुपये की दौलत है। इसमें 536 करोड़ रुपये की चल और बाकी अचल संपत्ति है।
3. डीके शिवकुमार : कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार सूबे के तीसरे सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। शिवकुमार के पास कुल 1,413 करोड़ रुपये की दौलत है। इसमें 273 करोड़ रुपये की चल और बाकी अचल संपत्ति है। चुनाव लड़ रहे 42 प्रतिशत प्रत्याशियों के पास एक करोड़ या इससे अधिक की संपत्ति है। करोड़पतियों को टिकट देने के मामले में भी कांग्रेस आगे है। कांग्रेस के 97 प्रतिशत प्रत्याशी करोड़पति हैं। भाजपा के 96 प्रतिशत, जेडीएस के 82%, आम आदमी पार्टी के 51%, एनसीपी के 56%, सीपीएम के 33% उम्मीदवारों के पास एक करोड़ या उससे अधिक की दौलत है। निर्दलीय चुनाव लड़ रहे 24% उम्मीदवार भी करोड़पति हैं। कांग्रेस प्रत्याशी प्रियकृष्ण सबसे ज्यादा कर्ज में डूबी हैं। प्रियकृष्ण पर 881 करोड़ रुपये का कर्ज है।
रिपोर्ट का हवाला देकर अमर उजाला ने लिखा है कि रिपोर्ट में कांग्रेस के 221 प्रत्याशियों का एनालिसिस किया गया। इनमें से 122 यानी 55 प्रतिशत ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनपर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं। इस मामले में दूसरे नंबर पर भाजपा है। भाजपा के 224 प्रत्याशियों के चुनावी हलफनामे का एनालिसिस हुआ। इनमें से 96 यानी 43 प्रतिशत दागी हैं। जेडीएस के 34 प्रतिशत, आप के 23%, एनसीपी के 22, सीपीएम के 33 प्रतिशत प्रत्याशी दागी हैं।