आगामी विधानसभा चुनाव में अर्धसैनिक बलों की 1700 कंपनियां तैनात की जाएंगी
विधानसभा चुनाव 2022 आगामी विधानसभा चुनाव में अर्धसैनिक बलों की 1700 कंपनियां तैनात की जाएंगी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में आगामी विधानसभा चुनावों में अर्धसैनिक बलों की करीब 1,700 कंपनियां तैनात करेगी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की 100 से अधिक कंपनियां उत्तर प्रदेश में आ चुकी हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, इसने चुनाव आयोग और यूपी सरकार के साथ समन्वय में अर्धसैनिक बलों की 150 कंपनियों (प्रत्येक में लगभग 100 कर्मी शामिल) को आवंटित किया है और बाद में अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया जाएगा। राज्य में सात चरणों में मतदान के दौरान कुल तैनाती 380 से 400 कंपनियों की हो सकती है।
यूपी सरकार के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें मंत्रालय की ओर से अगले चरण के लिए पर्याप्त अतिरिक्त तैनाती का आश्वासन दिया गया है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 50 कंपनियां, सीमा सुरक्षा बल और सशस्त्र सीमा बल से 30-30, और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस से 20-20 कंपनियों को अब तक यूपी को आवंटित किया गया है। मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि बाकी को मतदान कार्यक्रम आगे बढ़ने पर भेज दिया जाएगा।
पंजाब ने सीमावर्ती राज्य होने और राज्य के कई हिस्सों में चल रहे किसानों के आंदोलन के कारण भी उच्च सुरक्षा तैनाती की मांग की है। 2017 में पिछले विधानसभा चुनाव में सीएपीएफ की 450 से अधिक कंपनियों को तैनात किया गया था। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने संकेत दिया है कि शुरूआत में करीब 550 कंपनियां पंजाब भेजी जाएंगी और जरूरत के हिसाब से अतिरिक्त कर्मियों को भेजा जाएगा। सीएपीएफ में सीआरपीएफ के सबसे अधिक जवान शामिल हैं और उनकी तैनाती के लिए नोडल बल भी होगा।
जानकारी के अनुसार बीएसएफ यूपी के लिए 66, पंजाब के लिए 32, मणिपुर के लिए 12 और उत्तराखंड के लिए छह कंपनियां भेजेगी, जबकि सीआईएसएफ को 150 कंपनियां भेजने के लिए कहा गया है और 50 को पहले ही पांच राज्यों में भेजा जा चुका है। बाकी को चुनाव कार्यक्रम के अनुसार चरणबद्ध तरीके से बाद में भेजा जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि अन्य बलों ने अभी तक विवरण साझा नहीं किया है।
सुरक्षा बलों के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सीएपीएफ को तीसरी लहर में कोविड के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पर्याप्त कंपनियों को स्टैंडबाय पर रखने के लिए भी कहा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई भी कर्मी कोविड पॉजिटिव पाया जाता है तो पूरी यूनिट को चुनाव ड्यूटी से हटा लिया जाएगा।
अधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार को चुनाव ड्यूटी के दौरान केंद्रीय सुरक्षा कर्मियों के लिए विशाल परिसर की व्यवस्था करने और बड़े परिसरों में मतदान केंद्र स्थापित करने के लिए भी कहा गया है, ताकि कोविड प्रोटोकॉल का ठीक से पालन किया जा सके। सीएपीएफ के अधिकारियों ने कहा कि पांच राज्यों में चुनाव ड्यूटी के लिए प्रतिनियुक्त सभी पात्र सैनिकों को बूस्टर खुराक दी गई है और उन्हें मास्क पहनने, सैनिटाइटर का उपयोग करने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए भी कहा गया है।
(आईएएनएस)