लोकसभा चुनाव 2024: इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक, खड़गे, राहुल और प्रियंका लड़ेंगे चुनाव? बंगाल-यूपी में फंस सकता है 'पंजे' का दांव!
- कांग्रेस का आम चुनाव के लिए नया प्लान
- चुनावी मैदान में उतरेंगे पार्टी के दिग्गज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तैयार हुए इंडिया गठबंधन की आज यानी 19 दिसंबर को चौथी बैठक राजधानी दिल्ली में होने जा रही है। इस बैठक में भाग लेने के लिए अलायंस के सभी दलों के प्रमुख एवं नेता राजधानी पहुंच गए हैं। इस बीच बैठक से पहले बड़ी खबर आ रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस मीटिंग में लोकसभा में किस पार्टी को कितनी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने चाहिए यानी सीट शेयरिंग पर बात होने वाली है। इस पर चर्चा होने से पहले बीते दिन कांग्रेस आलाकमान ने यूपी के नेताओं से मुलाकात की थी। जिसमें प्रदेश के नेताओं ने शीर्ष नेतृत्व को कुछ सुझाव दिए हैं।
खबरें हैं कि, इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने मुलाकात की। जिसमें उन्होंने राहुल, प्रियंका एवं खड़गे को आगामी आम चुनाव में लड़ने को कहा है। राय ने कहा है कि रायबरेली से सोनिया गांधी तो चुनाव लड़ेंगी ही लेकिन इस बार के चुनाव में पार्टी को बेहतर प्रदर्शन करना है तो तीनों वरिष्ठों को भी मैदान में उतरना होगा। वहीं इन सबके अलावा इस मीटिंग में ये भी बात हुई कि अलांयस में पार्टी चुनाव तो लड़ रही है लेकिन यूपी के 80 सीटों में से पार्टी को ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए।
कांग्रेस के लिए यूपी कांटों भरा
दरअसल, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी हमेशा से कहती आई है कि जिस प्रदेश में जो भी पार्टी जितनी मजबूत है वो उतने सीट पर चुनाव लड़ेगी। जिस पर कांग्रेस पार्टी को डर है कि कहीं सपा पंजे पर भारी न पड़ जाए। लेकिन कांग्रेस अभी इस मसले पर चुप्पी साधी हुई है। दिल्ली में बीते दिन की बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई है। यूपी कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि, इंडिया गठबंधन की बैठक में कांग्रेस को सपा को बताना चाहिए कि वो कितने सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है साथ ही कुछ ऐसी शहरी सीटें हैं जिस पर साल 2004 और 2009 के दौरान कांग्रेस पार्टी ने जीत हासिल की थी।
सपा-टीएमसी कांग्रेस के लिए चुनौती
इन सबके अलावा बैठक में यूपी कांग्रेस ने शीर्ष नेतृत्व के सामने कहा है कि, प्रदेश में मुस्लिम वोटर्स एक होकर पार्टी से जुड़ते दिखाई दे रहे हैं इसलिए सपा को उन सीटों पर कांग्रेस को चुनाव लड़ने देना चाहिए। जिनमें मुरादाबाद, सहारनपुर, पूर्वांचल की मऊ और गाजिपुर जैसी अन्य मुस्लिम बहुल सीटें हैं जिस पर कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा हो सकता है। कांग्रेस के लिए यूपी में सपा तो पश्चिम बंगाल में तृणमुल कांग्रेस चुनौती बनी हुई है क्योंकि बंगाल में ममता बनर्जी पहले ही संदेश दे चुकी हैं कि वो कांग्रेस के साथ अलांयस करती हैं तो उसे महज 2 सीटों पर ही चुनाव लड़ने देगी।