विधानसभा चुनाव 2024: कांग्रेस के कई दिग्गज नेता घाटी दौरे पर, चुनावी तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं से करेंगे मुलाकात
- लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी श्रीनगर दौरे पर
- बैठकों के चलते इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी
- कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के बाद तमाम पार्टियों के नेता दौरे,बैठक और मुलाकात कर रहे है। कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर ने कहा, "लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल श्रीनगर आए हुए हैं। आज वे घाटी के तमाम कार्यकर्ता जो ग्राउंड पर काम करते आए हैं उनके साथ बातचीत करेंगे। इसके बाद वे जम्मू के लिए रवाना होंगे। चुनाव घोषित हैं लेकिन पार्टी नेता राहुल गांधी का पहले से ही श्रीनगर-जम्मू के कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करना तय था। नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ दो-तीन दिन से एक टीम चर्चा कर रही है। आगे की रणनीति पर बातचीत चल रही है।
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। पहले चरण के लिए 18 सितंबर, दूसरे चरण के लिए 28 सितंबर और तीसरे चरण के लिए 1 अक्टूबर को मतदान होगा। नतीजे 4 अक्टूबर को आएंगे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक पर जम्मू-कश्मीर PCC अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने कहा, "आज यहां राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे आए हुए है, पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत होगी और कुछ नहीं।
आपको बता दें कांग्रेस सांसद और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। बैठक के मद्देनजर क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जम्मू-कश्मीर के दो दिन के दौरे पर बुधवार को श्रीनगर पहुंचे। लेकिन भारत बंद के कारण दोनों वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के कार्यक्रम में फेरबदल करना पड़ा। पहले वे जम्मू से अपना दौरा शुरू करने वाले थे, लेकिन अब वे गुरुवार को जम्मू जाएंगे। पार्टी को मजबूत करने और जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपनी संभावनाओं को बेहतर बनाने के लिए उनका पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलने का कार्यक्रम है।
सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं के जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा के खिलाफ चुनाव पूर्व गठबंधन बनाने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती से मिलने की उम्मीद है।सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
आपको बता दें बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर सरकार से अपना समर्थन वापस लेने के बाद से जून 2018 से जम्मू-कश्मीर में कोई निर्वाचित सरकार नहीं है। राज्य में राज्यपाल शासन लागू हो गया और तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राज्य विधानसभा को भंग कर दिया। इसके बाद 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया।