राज्यसभा चुनाव 2024: मध्यप्रदेश से राज्यसभा जाने को लेकर कतार में लगे कई नेता, सिंधिया के इस्तीफे से खाली हुई सीट
- ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना-शिवपुरी सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा
- तीन सितंबर को होगा मतदान
- एक सीट पर जातीय समीकरण को लेकर फोकस
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में ज्यातिरादित्य सिंधिया के लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद खाली हुई राज्यसभा की एक सीट पर 3 सितंबर को मतदान होना है। भारतीय निर्वाचन आयोग ने राज्यसभा की 9 राज्यों की 12 रिक्त सीटों के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। इसके साथ ही अब नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। ऐसे में प्रत्याशी को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में कई नेताओं के नाम सामने आ रहे है। बीजेपी नामों के लंबी सूची है। राज्यसभा चुनाव में बीजेपी की तय पक्की है।
मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना-शिवपुरी सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा। सिंधिया ने कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह को चुनाव हराया। इसके बाद उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। खाली हुई सीट पर 21 जून 2026 तक का कार्यकाल बचा है। इस सीट के लिए भाजपा के कई नेता कतार में हैं। लेकिन राज्यसभा की एक सीट के जरिए बीजेपी जातीय समीकरण को साधना की कोशिश करेगी।
राज्य सभा की एक सीट के लिए भाजपा के कई दावेदार हैं। साथ में कांग्रेस से आए सुरेश पचौरी और आदिवासी नेता पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी भी दावेदारी में हैं। ये दोनों ही नेता लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। पार्टी का एक धड़ा दावा कर रहा है कि पचौरी को पार्टी ने राज्यसभा में भेजने का आश्वासन दिया था।
आपको बता दें बीजेपी के ओर से प्रबल उम्मीदवार के तौर पर 2019 लोकसभा चुनाव में गुना संसदीय सीट से सिंंधिया को हराने वाले केपी यादव का नाम सामने आ रहा है। क्योंकि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के दिग्गज नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यादव को दिल्ली ले जाने की बात कही थी। केपी यादव पिछड़े समुदाय से आते है। सामान्य कोटे से बीजेपी के दिग्गज नेता महाराष्ट्र भाजपा के सह प्रभारी जयभान सिंह पवैया या नरोत्तम मिश्रा उम्मीदवार हो सकते है। ऑपरेशन लोटस और लोकसभा चुनाव के दौरान नरोत्तम मिश्रा ने बड़ी संख्या में कांग्रेसियों को भाजपा में शामिल कराया था। पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भी राज्यसभा सीट के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा ।
आपको बता दें 230 विधानसभा सीट वाले मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 163 और कांग्रेस को 66 सीटों पर जीत मिली । बाद में कांग्रेस के तीन विधायकों ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया था। इसके अलावा भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह और मुकेश चतुर्वेदी के नाम की भी चर्चा है।