कैश फॉर क्वेरी मामला: कम नहीं हो रहीं महुआ मोइत्रा की मुश्किलें, ईडी ने फिर भेजा समन, 11 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया
- कैश फॉर क्वेरी मामला ईडी ने फिर भेजा समन
- 11 मार्च दी पेश होने की तारीख
- फरवरी में भेजा था पहला समन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कैश फॉर क्वेरी मामले में फंसी टीएमसी की नेता महुआ मोइत्रा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें इस मामले में एक बार फिर समन भेजा है। एजेंसी ने उन्हें 11 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया है। बता दें कि इससे पहले ईडी ने फेमा के तहत टीएमसी नेता को फरवरी में समन जारी किया था। जिसमें उन्हें 19 तारीख को एजेंसी के कार्यालय में पेश होने के लिए कहा था। लेकिन वो पेश नहीं हो पाई थीं। इसके बाद उन्होंने तीन हफ्ते का समय मांगा था।
जानें पूरा मामला
पिछले साल 15 अक्टूबर को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिख कर टीएमसी सांसद पर आरोप लगाया था। उन्होंने अपने लेटर में लिखा था कि महुआ मोइत्रा द्वारा संसद में 61 सवाल पूछे गए लेकिन उनमें से 50 सवाल केवल अडानी से जुड़े हैं जो पैसे लेकर पूछे गए हैं। इन्हीं आरोप पर महुआ मोइत्रा पिछले साल से ही चौतरफा घिरी हुई हैं।
टीएमसी सांसद पर आरोप है कि उन्होंने कारोबारी हीरानंदानी से कैश और गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछे हैं, जो संसद की मर्यादा के खिलाफ है। साथ ही, महुआ मोइत्रा पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का भी आरोप लगा है। इस मामले में वह पहले ही एथिक्स कमेटी के सामने दोषी पाई गई हैं। इसके बाद उन्हें लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था।
आज का दिन महुआ के लिए बहुत बुरा साबित हुआ। जहां एक ओर उन्हें ईडी ने समन भेजा वहीं दूसरी ओर आज दिल्ली हाईकोर्ट में भी उन्हें झटका लगा। दरअसल, कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी। इस याचिका में महुआ ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्रई को अपने खिलाफ कोई भी झूठा और अपमानजनक सामग्री पोस्ट और प्रसारित करने से रोकने की बात कही गई थी।